अमेरिका के अलास्का में आया 7.4 तीव्रता का भूकंप, सुनामी की चेतावनी जारी
अमेरिका के अलास्का में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं, रिक्टर स्केल पर जिनकी तीव्रता 7.4 मापी गई। इसके बाद अमेरिका में सुनामी को लेकर भी चेतावनी जारी की गई है। यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) ने कहा कि भूकंप के झटके अलूशन आइलैंड्स और अलास्का प्रायद्वीप में महसूस किए गए और इसका केंद्र जमीन से 9.3 किलोमीटर नीचे था। अभी तक भूकंप से किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं है।
वीडियो में बच्चों की जान बचाता दिखा शख्स
अलास्का में भूकंप का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि एक घर में भूकंप के झटकों के बीच एक शख्स बच्चों को लेकर भागता हुआ नजर आ रहा है। वो पहले एक बच्चे को गोदी में उठाकर भागता है। इस दौरान हड़बड़ी में उसके हाथ से एक बच्ची का हाथ छूट जाता है। शख्स जल्दी से बच्चों को उठाकर कमरे से बाहर चला जाता है।
भूकंप के दौरान का एक वीडियो भी सामने आया है
2 सप्ताह पहले भी आया था भूकंप
बता दें कि 2 सप्ताह पहले भी अलास्का में हल्की तीव्रता का भूकंप आया था। USGS के अनुसार, उस भूकंप का केंद्र शहर से लगभग 19 किलोमीटर दूर दक्षिण में था और इसका केंद्र सतह से 28 किलोमीटर नीचे था। बता दें कि 1964 में अलास्का में 9.2 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसे उत्तरी अमेरिका में अब तक का सबसे शक्तिशाली भूकंप माना जाता है। तब भूकंप और सुनामी के कारण 250 से ज्यादा लोग मारे गए थे।
अलास्का में आते रहते हैं भूकंप
बता दें कि अलास्का 'रिंग ऑफ फायर' क्षेत्र में आता है। इस वजह से यहां पर भूकंप आते रहते हैं। साल 2020 में अलास्का के दक्षिणी तट पर 7.5 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसके बाद सुनामी लहरें भी आई थीं। 2021 में भी अलास्का में 8.2 तीव्रता का भूकंप आया था। तब भी सुनामी की चेतावनी जारी की गई थी। हालांकि, इन दोनों भूकंपों में किसी तरह की जान-माल की हानि नहीं हुई थी।
क्या है 'रिंग ऑफ फायर'?
'रिंग ऑफ फायर' प्रशांत महासागर के चारों ओर फैला हुआ क्षेत्र है, जो भूकंप, सुनामी और ज्वालामुखी फटने को लेकर बेहद सक्रिय है। न्यूजीलैंड से लेकर जापान और अमेरिका तक का करीब 40,000 किलोमीटर लंबा इलाका इसके अंतर्गत आता है। यहां दुनिया के 90 प्रतिशत भूकंप और 78 प्रतिशत सुनामी आती है। इस इलाके में लगभग 450 ज्वालामुखी हैं और दुनिया के कुल 75 प्रतिशत सक्रिय ज्वालामुखी यहीं हैं।