जर्मनी, फ्रांस और इटली जैसे बड़े यूरोपीय देशों ने भी बंद किया एस्ट्राजेनेका वैक्सीन का इस्तेमाल
लाभार्थियों के खून में थक्के जमने की समस्या सामने आने के बाद कई यूरोपीय देशों ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका कंपनी की कोरोना वायरस वैक्सीन के उपयोग पर रोक लगा दी है। इन देशों में जर्मनी, इटली और फ्रांस जैसे बड़े यूरोपीय देश भी शामिल हैं। हालांकि विश्व स्वास्थ्य संगठन और यूरोपीय मेडिसिन्स एजेंसी (EMA) ने वैक्सीन को पूरी तरह सुरक्षित बताया है और इन देशों से इसका इस्तेमाल जारी रखने की अपील की है।
क्या है पूरा मामला?
यूरोप के कई देशों में एस्ट्राजेनेका की कोरोन वैक्सीन के इस्तेमाल से लाभार्थियों के खून में थक्के जमने के मामले सामने आए हैं और इसके कारण बीते दिनों ऑस्ट्रिया की एक 49 वर्षीय नर्स की मौत भी हो गई थी। इसके बाद सबसे पहले ऑस्ट्रिया और फिर डेनमार्क, स्वीडन, नॉर्वे, एस्टोनिया, लताविया, लिथुआनिया और लक्जमबर्ग समेत कई यूरोपीय देशों ने इसके इस्तेमाल पर रोक लगा दी और इसकी आपूर्ति को बंद कर दिया।
सोमवार को जर्मनी समेत इन देशों ने लगाई रोक
अब सोमवार को यूरोप के तीन बड़े देशों- जर्मनी, इटली और फ्रांस- ने भी खून के थक्के जमने की समस्या के कारण एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन के इस्तेमाल पर रोक लगा दी। इनके बाद स्पेन, पुर्तगाल और स्लोवेनिया ने भी वैक्सीन का इस्तेमाल रोक दिया। ये सभी देश वैक्सीन की समीक्षा करने के बाद ही इसके दोबारा इस्तेमाल पर कोई फैसला लेंगे। यूरोप से बाहर इंडोनेशिया ने भी इन चिंताओं के कारण वैक्सीन का इस्तेमाल टाल दिया है।
WHO ने की वैक्सीन का इस्तेमाल जारी रखने की अपील
इस बीच WHO ने सभी देशों से वैक्सीन का इस्तेमाल जारी रखने की अपील की है और इसकी समीक्षा करने को मंगलवार को अपने विशेषज्ञों की बैठक बुलाई है। WHO की प्रमुख वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन ने कहा, "हम नहीं चाहते कि लोग घबराएं और अभी के लिए हम देशों से एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन का इस्तेमाल जारी रखने की अपील करेंगे।" उन्होंने कहा कि अभी तक खून में थक्के जमने और वैक्सीन के बीच कोई संबंध नहीं मिला है।
EMA ने कहा- वैक्सीन के फायदे साइड इफेक्ट्स की तुलना में बहुत अधिक
EMA ने भी यूरोपीय देशों से वैक्सीन का इस्तेमाल जारी रखने की अपील की है और गुरूवार को बैठक बुलाई है। उसने सोमवार को अपने बयान में कहा, "कोविड-19 से बचाने के एस्ट्राजेनेका वैक्सीन के फायदे अस्पताल में भर्ती होने और मौत समेत इसके सभी साइड इफेक्ट्स की तुलना में बहुत अधिक हैं।" एजेंसी का कहना है कि यूरोप में एस्ट्राजेेनेका वैक्सीन के लाभार्थी 30 लाख लोगों में से मात्र 22 को खून के थक्के जमने की शिकायत हुई है।
UK और भारत में बड़े पैमाने पर वैक्सीन का उपयोग, लेकिन कोई समस्या नहीं
बता दें कि यूरोप में यूनाइटेड किंगडम (UK) में एस्ट्राजेनेका वैक्सीन का सबसे अधिक उपयोग किया गया है और यहां अब तक 1.1 करोड़ लोगों को ये वैक्सीन लगाई जा चुकी है। इस दौरान किसी भी तरह की कोई बड़ी समस्या नहीं देखने को मिली है और UK वैक्सीन को पूरी तरह सुरक्षित बता रहा है। इसी तरह भारत में भी इस वैक्सीन की करोड़ों खुराकें लगाई जा चुकी हैं, लेकिन कोई खास समस्या देखने को नहीं मिली है।