कोरोना वायरस: दुनियाभर में 10 लाख पहुंचे मामले, भारत को 7,600 करोड़ रुपये देगा विश्व बैंक
दुनियाभर में कोरोना वायरस (COVID-19) से संक्रमित लोगों की संख्या 10 लाख से पार पहुंच गई है और 53,000 से ज्यादा लोग इसके कारण मौत का शिकार हो चुके हैं। वहीं दो लाख से ज्यादा लोग इस महामारी से ठीक हो चुके हैं। अमेरिका में इस महामारी के संक्रमण के सबसे अधिक 2.43 लाख मामले हैं। पिछले 24 घंटे में यहां 1,100 से ज्यादा मौतें हुई हैं। भारत में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 2,069 हो गई है।
अमेरिका, इटली और स्पेन सबसे बुरी तरह प्रभावित
दुनिया के अधिकतर देशों में फैल चुकी महामारी से संक्रमितों का आंकड़ा आधिकारिक तौर पर 10 लाख बताया जा रहा है, जबकि असल संख्या इससे कहीं ज्यादा है। अमेरिका, इटली और स्पेन में इस महामारी के दो चौथाई मामले सामने आए हैं। कोरोना वायरस से सबसे बुरी तरह प्रभावित अमेरिका, इटली और स्पेन में अब तक क्रमश: 5,700, 13,900 और 10,300 मौतें हो चुकी हैं। यहां रोजाना सैंकड़ों लोग महामारी के कारण जान गंवा रहे हैं।
कहां से हुई महामारी की शुरुआत?
पिछले साल दिसंबर में चीन के 34 वर्षीय डॉक्टर ली वेनलियांग ने सबसे पहले इस वायरस के बारे में चेताया था। उनकी सलाह मानने की बजाय चीनी सरकार ने उन्हें झूठे आरोपों में फंसा दिया। फरवरी में कोरोना वायरस से संक्रमण के कारण डॉक्टर वेनलियांग की मौत हो गई थी। चीन ने 31 दिसंबर को पहली बार विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) को निमोनिया के बढ़ते मामलों की जानकारी दी, जिनकी वजह का पता नहीं था।
23 जनवरी को लॉकडाउन किया गया वुहान
कोरोना वायरस का पहला मामला चीन के वुहान शहर से सामने आया था। 23 जनवरी को इस शहर को पूरी तरह बंद कर दिया गया था। तब तक यहां 18 लोगों की मौत हो चुकी थी और ताइवान, जापान, थाईलैंड, अमेरिका आदि जगहों पर इसके संक्रमण के 500 से अधिक मामले सामने आ चुके थे। 10 दिन बाद फिलिपींस में एक 44 वर्षीय व्यक्ति की मौत हुई। यह चीन के बाहर कोरोना वायरस के कारण हुई पहली मौत थी।
यूरोप और ईरान बने हॉटस्पॉट
फिलिपींस में शख्स की मौत के एक सप्ताह के बाद फ्रांस में एक 80 वर्षीय पर्यटक की मौत हुई थी। यह यूरोप में महामारी से होने वाली पहली मौत थी। पांच दिन बाद ईरान में दो लोग इसके कारण मौत का शिकार हो गए। बाद में ईरान में यह वायरस तेजी से फैला और यह इसका हॉटस्पॉट बन गया। 23 फरवरी तक इटली में भी तेजी से इसके मामले सामने आने लगे और 10 शहरों को बंद कर दिया गया।
मार्च में कई देशों ने किया लॉकडाउन का ऐलान
आने वाले दिनों में इंग्लैंड और भारत समेत कई देशों में संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन का ऐलान किया गया। इसी दौरान इटली, अमेरिका और स्पेन में नए मामलों की संख्या तेजी से बढ़ती रही, वहीं कई दूसरे देशों में नए मामले आने शुरू हो गए। मार्च में पूरी दुनिया इसकी चपेट में आ गई और कई देशों ने बाहर से आने वाले लोगों को प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया।
अमेरिका में एक दिन में कोरोना वायरस के कारण सर्वाधिक मौतें
26 मार्च को अमेरिका इस वायरस से सबसे बुरी तरह प्रभावित देश बन गया। तब तक यहां 86,000 मामले सामने आ चुके थे। इसी बीच डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी अर्थव्यवस्था में जान फूंकने के लिए इतिहास के सबसे बड़े पैकेज का ऐलान किया। 2 अप्रैल आते-आते संक्रमितों की संख्या दो लाख से पार कर गई। इसी दिन यहां 1,169 मौतें हुईं। कोरोना वायरस के कारण किसी देश मेंं एक दिन में होने वाली मौतों का यह सबसे बड़ा आकंड़ा है।
भारत में अब तक 53 मौतें
भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए पिछले महीने प्रधानमंत्री मोदी ने 21 दिनों के लॉकडाउन का ऐलान किया था। 14 अप्रैल तक चलने वाले इस लॉकडाउन में आवश्यक सेवाओं को छोड़कर बाकी सभी सेवाएं बंद हैं। इसी बीच 2 अप्रैल तक देश में कोरोना वायरस के कारण मरने वालों की संख्या 53 पहुंच गई। इनमें से 15 ऐसे लोग हैं, जो दिल्ली में तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए थे।
भारत को 76,000 करोड़ की मदद देगा विश्व बैंक
कोरोना वायरस के प्रकोप से जूझ रहे विकासशील देशों की मदद के लिए विश्व बैंक आगे आया है। इस संबंध में पारित प्रस्ताव के तहत विश्व बैंक पहले चरण में 25 देशों और बाद में 40 देशों की वित्तीय सहायता देगा। पहले चरण में भारत समेत दक्षिण एशिया, यूरोप, मध्य-पूर्व और उत्तरी अफ्रीका के देश शामिल हैं। भारत को विश्व बैंक की तरफ से 1 अरब डॉलर (लगभग 7,600 करोड़ रुपये) की आपातकालीन मदद मिलेगी।