नौ साल का बच्चा कर रहा इंजीनियरिंग, बनेगा सबसे कम उम्र में ग्रेजुएशन करने वाला छात्र
आज के समय में इंजीनियरिंग छात्रों के बीच काफी लोकप्रिय करियर विकल्प है। 12वीं करने वाले छात्र इंजीनियरिंग करने का विकल्प चुनते हैं। वहीं हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां छात्र ने 12वीं तक करने का इंतजार नहीं किया है। आमतौर पर ग्रेजुएशन की पढ़ाई छात्र 17 साल का होने के बाद करते हैं, लेकिन नीदरलैंड के ऐम्स्टर्डेम का एक लड़का नौ साल की आयु में ही इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है। आइए जानें।
सबसे कम उम्र में ग्रेजुेशन करने वाला छात्र बनेगा
सिर्फ नौ साल के लॉरेंट साइमंस इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हैं। इसके साथ ही लॉरेन को दिसंबर में इंजीनियरिंग की डिग्री भी मिल जाएगी। लॉरेंट इंडोवन यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी (Eindhoven University of Technology) से इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त करेंगे। इंडोवन यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी का दावा है कि डिग्री प्राप्त करने के बाद वे सबसे कम उम्र में ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त करने वाले छात्र बन जाएंगे।
लॉरेंट का IQ है 145
यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर का कहना है कि इंजीनियरिंग करने वाले छात्रों के लिए इस कोर्स को काफी कठिन माना जाता है, लेकिन लॉरेंट बड़ी ही आसानी से पढ़ी हुई सारी चीजों को याद रखते हैं। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि उसका IQ 145 है।
शिक्षक ने कहा- स्पंज की तरह है लॉरेंट
CNN के अनुसार उनके माता-पिता लीडिया और एलेक्जेंडर साइमंस का कहना कि उन्हें लॉरेंट के दादा-दादी ने बताया कि उसमें कुछ अलग है। उनके शिक्षकों ने इस पर सहमति जताई। उसकी मां का कहना है कि उन्होंने लॉरेंट में कुछ स्पेशल देखा। वहीं उनके पिता का कहना है कि लॉरेंट ने एक टेस्ट दिया। टेस्ट के बाद शिक्षक ने उसकी प्रतिभा की हद तक काम करने की कोशिश की। शिक्षक ने उनको बताया कि वह एक स्पंज की तरह है।
रिसर्च प्रोजेक्ट में लिया भाग
डच दैनिक के अनुसार 10वीं के दौरान लॉरेंट ने सात साल की उम्र में एम्स्टर्डम के अकादमिक मेडिकल सेंटर में एक रिसर्च प्रोजेक्ट का नेतृत्व किया। उन्होंने स्टैनफोर्ड और फेयरफील्ड विश्वविद्यालय जैसे प्रसिद्ध संस्थानों में प्रतिभाशाली बच्चों के लिए समर कोर्सेस में भी भाग लिया।
हाइपर इंटेलिजेंट हैं लॉरेंट
TUE ने अन्य छात्रों की तुलना में लॉरेंट को अपना पाठ्यक्रम जल्द पूरी करने की अनुमति प्रदान की है। TUE के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बैचलर डिर्गी के शिक्षा निदेशक सॉज़र्ड हल्शोफ़ का कहना है कि यह असामान्य नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि लॉरेंट सिम्पली एक्ट्राऑडिनरी है। सॉज़र्ड के अनुसार लॉरेंट न केवल हाइपर इंटेलिजेंट है बल्कि बहुत सहानुभूति रखने वाले भी हैं।
आर्टिफिशियल ऑर्गन बनाना चाहते हैं लॉरेंट
लॉरेंट ने कहा कि उन्हें अपने कुत्ते सैमी के साथ खेलना और अपने फोन पर गेम खेलने अच्छा लगता है। उन्होंने पहले से पता है कि वे अपने जीवन में क्या काम करना चाहते हैं। लॉरेंट आर्टिफिशियल ऑर्गन का विकास करना चाहते हैं।