जर्मनी के क्रिसमस बाजार हमले में 7 भारतीय घायल, हमलावर के बारे में क्या-क्या पता है?
जर्मनी के मैगडेबर्ग में क्रिसमस बाजार पर हुए कार हमले में 5 लोगों की मौत हो गई और 200 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। घायलों में 7 भारतीय भी शामिल हैं। भारतीय विदेश मंत्रालय ने घटना पर दुख जताते हुए कहा कि भारत घायलों और उनके परिवारों के साथ संपर्क में है। हमले के आरोपी सऊदी अरब के डॉक्टर तालेब अल-अब्दुलमोहसेन को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिसके बारे में कई जानकारियां सामने आई हैं।
सबसे पहले जानिए विदेश मंत्रालय ने क्या कहा?
विदेश मंत्रालय ने कहा, "हम जर्मनी के मैगडेबर्ग में क्रिसमस बाजार पर हुए भयानक हमले की निंदा करते हैं। कुछ कीमती जानें गई हैं और कई लोग घायल हुए हैं। हमारी संवेदनाएं पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं।" मंत्रालय ने बताया कि भारतीय मिशन घायल हुए भारतीय नागरिकों और उनके परिवारों के संपर्क में है और उन्हें हर संभव मदद मुहैया कराई जा रही है। 7 घायल भारतीयों में से 3 को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
हमलावर के बारे में क्या पता है?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमलावर एक मनोचिकित्सक है और 2006 से जर्मनी के सैक्सोनी-अनहाल्ट में रह रहा है। उसे 2016 में शरणार्थी का दर्जा दिया गया था। वह मैगडेबर्ग से करीब 40 किलोमीटर दूर बर्नबर्ग में मेडिकल प्रैक्टिस कर रहा था। उसने हमला करने से पहले एक BMW कार किराए पर ली थी, जिसका नंबर म्यूनिख का है। हमलावर का कट्टरपंथियों से किसी तरह का संबंध नहीं मिला है और हमले का उद्देश्य भी सामने नहीं आया है।
हमलावर के इस्लाम विरोधी विचार चर्चा में
हमलावर का एक पुराना बयान वायरल हो रहा है, जिसमें वह खुद को इस्लाम विरोधी बता रहा है। एक पुराने इंटरव्यू में आरोपी ने कहा था, "मैं इस्लाम के इतिहास का सबसे आक्रामक आलोचक हूं। अगर आप मुझ पर भरोसा नहीं करते हैं तो अरबों से पूछें।" एक अन्य पुरानी पोस्ट में आरोपी ने कहा था, "क्या जर्मनी में जर्मन दूतावास को उड़ाए बिना या जर्मन नागरिकों की बेतरतीब हत्या किए बिना न्याय का कोई रास्ता है?"
सऊदी अरब को है आरोपी की तलाश
तालेब के सोशल मीडिया प्रोफाइल के मुताबिक, वह पहले मुस्लिम था बाद में नास्तिक बन गया। रिपोर्टों के अनुसार, तालेब पर सऊदी अरब में आतंकवाद और मध्य-पूर्व से यूरोपीय संघ के देशों में लड़कियों की तस्करी से जुड़े आरोप लगे हैं। इस मामले में सऊदी को उसकी तलाश थी। सऊदी ने जर्मनी से तालेब को प्रत्यर्पित करने की मांग भी की थी, जिसे जर्मनी ने ठुकरा दिया था। इस वजह से जर्मनी की आलोचना भी हो रही है।
हमले पर दुनियाभर से आई प्रतिक्रिया
इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने कहा, 'क्रूर हमले से मैं बहुत सदमे में हूं। हमारे लोकतंत्रों में हिंसा का कोई स्थान नहीं होना चाहिए।' फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने कहा, 'मैं पीड़ितों, घायलों के साथ-साथ उनके प्रियजनों और उनके परिवारों के बारे में सोचता हूं। फ्रांस जर्मन लोगों का दर्द साझा करता है और अपनी पूरी एकजुटता व्यक्त करता है।' अमेरिकी कारोबारी एलन मस्क ने जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज से इस्तीफे की मांग की है।