भारत ने खारिज की पन्नू की हत्या की साजिश पर अमेरिकी मीडिया की रिपोर्ट, अप्रमाणित बताया
भारत ने खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या करने की साजिश में भारतीय खुफिया अधिकारियों के शामिल होने की अमेरिकी मीडिया की रिपोर्ट को खारिज किया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इस रिपोर्ट का कड़े शब्दों में खंडन करते हुए इसे अनुचित और अप्रमाणित बताया। उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा गठित उच्च स्तरीय जांच समिति मामले की जांच कर रही है और यह गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणी जांच में सहायता करने वाली नहीं हैं।
क्या है मामला?
पिछले साल अमेरिका ने आरोप लगाया था कि भारतीय नागरिकों ने उसकी धरती पर एक सिख अलगाववादी नेता की हत्या करने की साजिश रची थी, जिसे नाकाम कर दिया गया। फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, यह अलगाववादी नेता और कोई नहीं बल्कि गुरपतवंत सिंह पन्नू था। मामले में अमेरिका ने भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की है। आरोप है कि गुप्ता ने भारतीय अधिकारी "CC-1" के कहने पर पन्नू को मारने की सुपारी दी थी।
नई मीडिया रिपोर्ट में क्या कहा गया?
अब अमेरिकी अखबार द वाशिंगटन पोस्ट ने अपनी रिपोर्ट में CC-1 की पहचान भारत की खुफिया एजेंसी अनुसंधान और विश्लेषण विंग (RAW) के अधिकारी विक्रम यादव के तौर पर की है। उसने भारत और अमेरिका के मौजूदा और पूर्व खुफिया अधिकारियों के हवाले से यह दावा किया है। रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी खुफिया एजेंसियों का आंकलन कि पन्नू के खिलाफ साजिश को तत्कालीन RAW प्रमुख समंत गोयल ने अनुमति दी थी और उन पर ऐसा करने का दबाव था।
शायद अजित डोभाल को भी थी साजिश की जानकारी- रिपोर्ट
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अमेरिकी खुफिया एजेंसियों को लगता है कि शायद भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल को भी पन्नू की हत्या की साजिश के बारे में पता था। हालांकि, अभी तक उनके खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं मिला है। रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी सरकार ने मामले को इस तरीके संंभालने की कोशिश की है कि उसके रणनीतिक साझेदार भारत के साथ कोई बड़ा विवाद न हो।
भारत पर लग रहे हैं विदेशी जमीन पर हत्याएं कराने का आरोप
बता दें कि भारत पर पिछले कुछ समय से विदेशी जमीन पर अपने आलोचकों की हत्या कराने का आरोप लग रहा है। अमेरिका से पहले कनाडा ने भी भारत सरकार पर खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या करने का आरोप लगाया था। निज्जर की कनाडा में एक गुरुद्वारे के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके अलावा भारत सरकार पर पाकिस्तान में भी आतंकियों समेत 20 लोगों की लक्षित हत्याएं करवाने का आरोप लग रहा है।