पूर्व मलेशियाई प्रधानमंत्री बोले- मुस्लिमों को फ्रांसीसियों को मारने का हक; ट्विटर ने डिलीट किया ट्वीट
फ्रांस के नीस शहर में हुए आतंकवादी हमले पर मलेशिया के पूर्व प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद के एक विवादित ट्वीट को ट्विटर ने डिलीट कर दिया है। अपने इस ट्वीट में महातिर ने कहा था कि फ्रांस इतिहास में कई मुस्लिमों को मारा है और इसलिए मुस्लिमों को फ्रांस के लाखों लोगों को मारने का हक है। महातिर ने इसके अलावा भी अन्य कई ट्वीट किए हैं जिनमें उन्होंने हालिया आतंकवादी हमले का दोष फ्रांस पर ही मढ़ा है।
फ्रांस के नीस में चाकूधारी ने किया था चर्च पर हमला
पैगंबर मोहम्मद के विवादित कार्टूनों को लेकर वैश्विक सुर्खियों में छाए फ्रांस के नीस में गुरूवार सुबह एक चाकूधारी हमलावर ने चर्च पर हमला करते हुए तीन लोगों की जान ले ली थी। इसमें एक महिला भी शामिल थी जिसका उसने सिर काट दिया था। इससे पहले इस महीने की शुरूआत में भी एक हमलावर ने कक्षा में पैंगबर मोहम्मद के विवादित कार्टून दिखाने के लिए एक शिक्षक का सरेआम सिर कलम कर दिया था। दोनों ही हमलावर मुस्लिम थे।
दुनिया कर रही हमलों की निंदा, महातिर ने फ्रांस पर ही मढ़ा दोष
दुनियाभर में फ्रांस पर हुए इन आतंकी हमलों की कड़ी निंदा हो रही है, लेकिन मलेशिया के पूर्व प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद ने अपने एक ब्लॉग में इनका दोष फ्रांस पर ही मढ़ दिया है। गुरूवार शाम इस ब्लॉग के अंश ट्वीट करते हुए महातिर ने लिखा, 'मैक्रों (फ्रांस के राष्ट्रपति) ये नहीं दिखा रहे हैं कि वे सभ्य हैं। अपमान करने वाले स्कूल शिक्षक की हत्या के लिए इस्लाम और मुस्लिमों को दोष देने में वे बहुत आदिम हैं।'
महातिर ने कहा- अतीत के नरसंहारों के लिए मुस्लिमों को फ्रांसीसियों को मारने का हक
महातिर ने लिखा, 'चाहें वे किसी भी धर्म के मानने वाले हों, गुस्साए व्यक्ति हमेशा मारते हैं। फ्रांस ने अपने इतिहास में लाखों लोगों को मारा है, जिनमें से कई मुस्लिम थे। मुस्लिमों को अतीत के नरसंहारों के बदले में गुस्सा होने और फ्रांस के लाखों लोगों को मौत के घाट उतारने का अधिकार है। लेकिन अभी तक मुस्लिमों ने 'आंख के बदले आंख' नियम लागू नहीं किया है। मुस्लिम ऐसा नहीं करते हैं। फ्रांस को भी नहीं करना चाहिए।'
फ्रांसीसी सरकार की मांग के बाद ट्विटर ने डिलीट किया विवादित ट्वीट
महातिर के ट्वीट के इन हिस्सों पर सोशल मीडिया यूजर्स के साथ-साथ फ्रांस की सरकार ने कड़ी आपत्ति जताई थी और ट्विटर से महातिर का अकाउंट सस्पेंड करने को कहा था। अब ट्विटर ने महातिर का अकाउंट सस्पेंड तो नहीं किया है, लेकिन उसके इस विवादित ट्वीट को डिलीट जरूर कर दिया है। ट्विटर ने महातिर के बाकी ट्वीट्स को नहीं छेड़ा है। महातिर ने मुद्दे पर कुल 13 ट्वीट किए थे।
हत्या का समर्थन नहीं, लेकिन दूसरे लोगों का अपमान अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नहीं- महातिर
अपने अन्य ट्वीट में कार्टून दिखाने वाले शिक्षक की हत्या का जिक्र करते हुए महातिर ने लिखा है, 'एक मुस्लिम के तौर पर मैं हत्या का समर्थन नहीं करूंगा। लेकिन यद्यपि मैं अभिव्यक्ति की आजादी पर विश्वास करता हूं, मैं नहीं मानता कि इसमें दूसरे लोगों का अपमान करना शामिल है। आप किसी व्यक्ति के पास जाकर उसे सिर्फ इसलिए गाली नहीं दे सकते क्योंकि आप अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर विश्वास करते हैं।'