NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    भारत-पाकिस्तान तनाव
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / दुनिया की खबरें / फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों बोले- मुस्लिमों के गुस्से को समझ सकता हूं, लेकिन हिंसा बर्दाश्त नहीं
    अगली खबर
    फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों बोले- मुस्लिमों के गुस्से को समझ सकता हूं, लेकिन हिंसा बर्दाश्त नहीं

    फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों बोले- मुस्लिमों के गुस्से को समझ सकता हूं, लेकिन हिंसा बर्दाश्त नहीं

    लेखन मुकुल तोमर
    Nov 01, 2020
    01:19 pm

    क्या है खबर?

    फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने अपने रुख में नरमी लाते हुए एक इंटरव्यू में कहा कि वह पैंगबर मोहम्मद के कार्टूनों पर मुस्लिमों के गुस्से को समझते हैं, लेकिन इसके आधार पर हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।

    उन्होंने कहा कि वे कभी ये स्वीकार नहीं करेंगे कि कार्टून हिंसा को सही ठहराते हैं और हमेशा अपने देश की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का बचाव करेंगे।

    उन्होंने साफ किया कि उन्होंने कभी कार्टूनों का समर्थन नहीं किया।

    इंटरव्यू

    मैक्रों बोले- मुस्लिमों की भावनाओं का सामना करता हूं

    अरब देश करत के सरकारी न्यूज चैनल अल-जजीरा के साथ इंटरव्यू में पैगंबर मोहम्मद के कार्टूनों पर पैदा हुए विवाद पर अपना रुख साफ करते हुए मैक्रों ने कहा, "मैं समझता हूं कि इनसे भावनाएं जागृत होती हैं और मैं उनका सम्मान करता हूं... लेकिन मैं ये कभी स्वीकार नहीं करूंगा कि कार्टूनों की वजह से हिंसा को जायज ठहराया जा सकता है। मैं हमेशा अपने देश के कहने, सोचने और चित्र बनाने के अधिकार का बचाव करूंगा।"

    सफाई

    मैंने कार्टूनों का समर्थन नहीं किया- मैक्रों

    अपनी स्थिति समझाते हुए मैक्रों ने इंटरव्यू में कहा, "आपको यहां मेरी भूमिका समझनी होगी। मुझे दो चीजें करनी हैं- शांति बनाए रखनी है और इसी के साथ इन अधिकारों की रक्षा करनी है।"

    उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि मेरे शब्दों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने और झूठ फैलाने के कारण ऐसी प्रतिक्रियाएं आईं क्योंकि लोगों को लगा कि मैं इन कार्टूनों का समर्थन करता हूं। ये कार्टून सरकार का प्रोजेक्ट नहीं हैं, बल्कि स्वतंत्र अखबार से आए हैं।"

    बयान

    "एक अखबार के कुछ कहने पर एक देश का बहिष्कार करना पागलपन"

    मैक्रों ने इंटरव्यू में मुस्लिम देशों द्वारा फ्रांस और उसके उत्पादों के बहिष्कार को भी गलत बताया। उन्होंने कहा, "सिर्फ इसलिए एक देश और उसके लोगों का बहिष्कार करने का फैसला लेना कि क्योंकि हमारे देश के एक अखबार ने कुछ कहा है, पागलपन है।"

    कट्टरपंथ

    सबसे पहले मुस्लिम होते हैं कट्टर इस्लाम के शिकार- मैक्रों

    अपने इंटरव्यू में मैक्रों ने ये भी कहा कि वह कट्टर इस्लाम से लड़ रहे हैं जो सभी, विशेषकर मुस्लिमों, के लिए खतरा है।

    उन्होंने कहा, "आज दुनिया में ऐसे लोग हैं जो इस्लाम को तोड़-मरोड़ रहे हैं और धर्म के नाम पर वे मारते हैं, हत्या करते हैं... आज कुछ कट्टरपंथी आंदोलनों और लोगों द्वारा इस्लाम के नाम पर हिॆंसा फैलाई जाती है। बेशक ये इस्लाम के लिए एक समस्या है क्योंकि मुस्लिम सबसे पहले इसके शिकार बनते हैं।"

    हमले

    फ्रांस में एक महीने में हो चुके हैं दो आतंकी हमले

    बता दें कि पैगंबर मोहम्मद के विवादित कार्टूनों और इनके विरोध में हुई हिंसा को लेकर फ्रांस वैश्विक सुर्खियों में छाया हुआ है।

    पहली घटना में अक्टूबर की शुरूआत में एक 18 वर्षीय हमलावर ने कक्षा में पैंगबर मोहम्मद के विवादित कार्टून दिखाने के लिए एक शिक्षक का सरेआम सिर कलम कर दिया था।

    वहीं 29 अक्टूबर को एक चाकूधारी हमलावर ने फ्रांस के नीस शहर में चर्च पर हमला करते हुए तीन लोगों की जान ले ली थी।

    विवादित बयान

    मैक्रों ने कहा था- पूरी दुनिया में संकट में है इस्लाम

    शिक्षक पर हमले के बाद मैक्रों ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए शिक्षक को इस्लामिक आतंकवाद से पीड़ित बताया था और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हवाला देते हुए पैगंबर मोहम्मद के कार्टूनों पर पीछे न हटने की बात कही थी। उन्होंने ये भी कहा था कि इस्लाम पूरी दुनिया में संकट में है।

    उनके इन बयानों पर मुस्लिम देशों ने कड़ी आपत्ति जताई थी और तभी से फ्रांस और कुछ मुस्लिम देशों में विवाद बना हुआ है।

    मुख्य कारण

    शार्ली एब्दों के कार्टून प्रकाशित करने के बाद हुई है विवाद की शुरूआत

    इस पूरे विवाद की शुरूआत व्यंग्य पत्रिका शार्ली एब्दों के पैगंबर मोहम्मद के कार्टून प्रकाशित करने से हुई है। पहले कई बार इन कार्टूनों को छाप चुकी पत्रिका ने इस सितंबर में इन्हें फिर से प्रकाशित किया था और तभी से विवाद बना हुआ है।

    पत्रिका ने सबसे पहले 2006 में इन कार्टूनों को छापा था और तब से उनके यहां कई हमले हो चुके हैं। 2015 में हुए ऐसे ही एक हमले में उसके 12 कर्मचारी मारे गए थे।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    मुस्लिम
    फ्रांस
    कतर

    ताज़ा खबरें

    जीमेल में अब स्मार्ट रिप्लाई होंगे और भी बेहतर, गूगल ने जोड़ा नया AI फीचर जीमेल
    I/O 2025: गूगल ने जेमिनी में जोड़ा AI असिस्टेंट, अब लाइव पहचान कर सुधारेगा गलतियां गूगल
    IPL 2025: वैभव सूर्यवंशी ने लगाया अर्धशतक, बने हमारे 'प्लेयर ऑफ द डे' वैभव सूर्यवंशी
    IPL 2025: RR ने CSK को दी शिकस्त, देखिए मैच के शानदार मोमेंट्स IPL 2025

    मुस्लिम

    मुस्लिम प्रोफेसर की नियुक्ति पर विवाद के बीच वापस खोला गया BHU का संस्कृत विभाग जयपुर
    BHU: विरोध का सामना कर रहे संस्कृत के मुस्लिम प्रोफेसर ने अन्य विभागों में किया आवेदन जयपुर
    राजस्थान: पति ने महिला को दिया तीन तलाक, विरोध करने पर ससुराल वालों ने किया गैंगरेप राजस्थान
    मुस्लिमों में बहुविवाह और निकाह हलाला के खिलाफ दायर याचिका पर सुनवाई करेगा सुप्रीम कोर्ट भारत की खबरें

    फ्रांस

    इंग्लैंड और फ्रांस को पछाड़कर दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना भारत भारत की खबरें
    उत्तर प्रदेश में मिलीं सोने की खदानें, हजारों टन सोना मिलने का अनुमान चीन समाचार
    कोरोना वायरस की दस्तक: जानें इसके लक्षण, बचाव के उपाय और अन्य बातें दक्षिण कोरिया
    कोरोना वायरस: मास्क के नाम पर महिला को लगाया लाखों का चूना, इंजीनियर गिरफ्तार मुंबई

    कतर

    AFC एशियन कप: दूसरे सेमीफाइनल में हुई शर्मनाक घटना, कतर के खिलाड़ियों पर फेंके गए जूते-चप्पल फुटबॉल समाचार
    जानें क्या है OIC जिसमें पहली बार शामिल हुआ भारत, विरोध में पाकिस्तान ने किया बहिष्कार भारत की खबरें
    सबसे बड़ा इवेक्युएशन अभियान: पहले हफ्ते में 13 देशों से वापस लाए जाएंगे 14,800 भारतीय सऊदी अरब
    कोरोना वायरस: बड़ी संख्या में मामलों के बावजूद इन दो देशों में मृत्यु दर सबसे कम इटली
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025