चीन की लैब में हुई दुर्घटना के कारण फैला था कोरोना वायरस- अमेरिकी रिपोर्ट
अमेरिका के ऊर्जा विभाग की रिपोर्ट में कोरोना वायरस को लेकर नया खुलासा हुआ है। रिपोर्ट में आशंका जताई गई है कि महामारी चीन के वुहान शहर की लैब में हुई दुर्घटना के कारण फैली थी। द वॉल स्ट्रीट जर्नल के मुताबिक, विभाग पहले कोरोना वायरस की उत्पत्ति के बारे में अनिश्चित था। गौरतलब है कि इससे पहले फेडरेल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI) भी वुहान की लैब से वायरस फैलने की बात कह चुका है।
किस आधार पर तैयार की गई रिपोर्ट?
अमेरिकी नेशनल इंटेलिजेंस के निदेशक एवरिल हैन्स के कार्यालय के एक दस्तावेज में बताया गया है कि कैसे खुफिया समुदाय के विभिन्न साझेदारों ने महामारी की उत्पत्ति के बारे में अलग-अलग निर्णय लिए हैं। ऊर्जा विभाग का यह निष्कर्ष नई खुफिया जानकारी का परिणाम है और यह इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि विभाग के पास काफी वैज्ञानिक विशेषज्ञता है। गौरतलब है कि अमेरिका पहले से ही वायरस के वुहान से फैलने को लेकर दावा करता रहा है।
रिपोर्ट पर क्या बोले अमेरिका के NSA?
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) जेक सुलिवन ने सामने आई रिपोर्ट की पुष्टि या खंडन करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडन कई बार खुफिया समुदाय को महामारी की उत्पत्ति के बारे में जितना संभव हो, उतना विचार करने की कोशिश करने का निर्देश दे चुके हैं। सुलिवन ने आगे कहा कि राष्ट्रपति चाहते हैं कि इस मूल्यांकन में हर उपकरण का उपयोग किया जाए, जिससे पता चल सके कि क्या हुआ था।
लगातार खोजबीन कर रहे हैं अमेरिकी खुफिया अधिकारी
द वॉल स्ट्रीट जर्नल के मुताबिक, अमेरिकी खुफिया अधिकारी अभी भी इस बात पर खोजबीन कर रहे हैं कि कोरोना वायरस महामारी कैसे उभरी थी। गौरतलब है कि तीन साल पहले शुरू महामारी में अब तक 10 लाख से अधिक अमेरिकी लोगों की मौत हो चुकी है। इससे पहले FBI ने 2021 में दावा किया था कि चीन में एक लैब में हुए लीक के कारण कोरोना वायरस महामारी उत्पन्न हुई थी। एजेंसी अभी भी अपने दृष्टिकोण पर कायम है।
सबसे पहले वुहान में मिला था मामला
कोरोना वायरस का पहला मामला चीन के वुहान में पहली बार दिसंबर, 2019 में मिला था। इसके बाद वर्ष 2020 की शुरुआत में कोविड महामारी पूरी दुनिया में फैलना शुरू हो गई थी। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, दुनियाभर में कोरोना वायरस संक्रमण के अब तक 75 करोड़ से अधिक मामले सामने आ चुके हैं, जबकि 68.5 लाख लोगों की इस जानलेवा वायरस के कारण मौत हो चुकी है।