भारत: दिल्ली में कोरोना वायरस का एक और मामला, अब तक 29 में पाया गया संक्रमण
भारत में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या 29 हो गई है। पेटीएम में काम करने वाले दिल्ली के 26 वर्षीय शख्स को भी वायरस से संक्रमित पाया गया है। जनकपुरी के पंखा रोड का रहने वाला ये शख्स हाल ही में इटली से लौटा था। वो पेटीएम के गुरुग्राम ऑफिस में कार्य करता है। मामला सामने आने के बाद पेटीएम ने अपने सभी कर्मचारियों को दो दिन घर से काम करने और चेकअप कराने को कहा है।
संक्रमित मरीजों मे 16 इटली के नागरिक
इस नए मामले के अलावा जिन 28 व्यक्तियों में कोरोना वायरस का संक्रमण पाया गया है उनमें 16 इटली के यात्री हैं। ये सभी यात्री भारत आए एक समूह का हिस्सा थे। उनको यात्रा कराने वाले ड्राइवर में भी वायरस का संक्रमण पाया गया है। इसके अलावा दिल्ली और तेलंगाना के एक-एक शख्स भी कोरोना वायरस से संक्रमित हैं। आगरा में रहने वाले तेलंगाना के मरीज के परिवार के छह सदस्यों में भी वायरस का संक्रमण पाया गया है।
एक मरीजो को छोड़कर बाकी की हालत स्थिर
इनमें से केवल एक मरीज को छोड़कर बाकी सभी की हालत स्थिर है। इटली के एक 69 वर्षीय यात्री को सांस लेने में दिक्कत हो रही है और उसे अन्य दवाओं के साथ-साथ श्वास संबंधी सहायताएं दी जा रही हैं। ये शख्स इटली का पहला ऐसा यात्री था जिसमें कोरोना वायरस पाया गया था और सोमवार को आई उसकी रिपोर्ट में संक्रमण के नतीजे पॉजिटिव आए थे। उसका जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में इलाज चल रहा है।
साथ आईं चार राज्यों की सरकारें
वायरस को फैलने से रोकने के लिए मरीजों के संपर्क में आए लोगों की पहचान करके उन्हें भी निगरानी में रखा जा रहा है। इटली से आए यात्री आगरा, जयपुर और दिल्ली गए थे और इसे मद्देनजर रखते हुए उत्तर प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली और हरियाण सरकार ने हाथ मिलाया है। चारों राज्यों की सरकारें मरीजों के संपर्क में आए उनके परिजनों और अन्य लोगों की जांच कर रही हैं और लक्षण दिखने पर उनके टेस्ट कराए जा रहे हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बनाई टास्क फोर्स
इसके अलावा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए एक टास्क फोर्स बनाई है जिसकी अध्यक्षता वे खुद करेंगे। ये टास्क फोर्स कोरोना वायरस से निपटने के अलावा मास्क और सैनिटाइजर्स की कालाबाजारी पर नियंत्रण लगाने की कोशिश भी करेगी।
केरल से सीख सकते हैं अन्य राज्य
अन्य राज्यों की सरकारें कोरोना वायरस को नियंत्रित करने के लिए केरल सरकार से सीख ले सकती हैं जहां वायरस से संक्रमण के पहले तीन मामले सामने आए थे। अब ये तीनों मरीज ठीक हो चुके हैं और कोई नया मामला भी सामने नहीं आया है। केरल सरकार ने वायरस को फैलने से रोकने के लिए एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग, स्थानीय पंचायतों को सक्रिय करने, जागरूकता फैलाने और अफवाह फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई जैसे कदम उठाए हैं।
केंद्र सरकार ने अब तक क्या-क्या किया?
कोरोना वायरस से निपटने के अपने प्रयासों के तहत केंद्र सरकार ने किसी भी देश से भारत आने वाले लोगों की एयरपोर्ट पर जांच को अनिवार्य कर दिया है। इसके अलावा चार देशों- इटली, दक्षिण कोरिया, जापान और ईरान- के यात्रियों के वीजा को रद्द कर दिया गया है। इससे पहले चीन से आने वाले लोगों के वीजा को भी रद्द किया गया था। वायरस से संक्रमण की जांच के लिए देशभर में 19 लैब भी बनाई गई हैं।
लोगों को जागरुक कर रही सरकार
इसके अलावा सरकार लोगों को जागरुक भी कर रही है और उन्हें लगातार कोरोना वायरस से बचाव के तरीकों के बारे में बताया जा रहा है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर लोगों से दहशत में न आने की अपील की है। उन्होंने कोरोना वायरस के कारण इस बार का अपना होली मिलन कार्यक्रम भी रद्द कर दिया है। गृह मंत्री अमित शाह, अरविंद केजरीवाल और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी होली न खेलने का ऐलान किया है।
अर्थव्यवस्था पर भी बड़ा असर डाल रहा कोरोना वायरस
कोरोना वायरस का पूरी दुनिया और भारत की अर्थव्यवस्था पर भी बड़ा असर पड़ रहा है। संयुक्त राष्ट्र (UN) की एक रिपोर्ट के अनुसार, वायरस के कारण चीन में सुस्त पड़ी मैन्युफैक्चरिंग से उसके वैश्विक निर्यात में 50 अरब डॉलर की कमी आ सकती है। वहीं भारत को भी व्यापार में 34.5 करोड़ डॉलर का नुकसान उठाना पड़ सकता है। भारत उन शीर्ष 15 देशों में शामिल है जिनको कोरोना वायरस की वजह से सबसे ज्यादा नुकसान हो सकता है।