अंडमान: अनजान समुदाय से मिलने की जिद में मारा गया अमेरिकी पर्यटक, सात लोग गिरफ्तार
विकास और आधुनिकीकरण के इस दौर में भी कई ऐसे समुदाय हैं, जो पूरी दुनिया से अनजान अपनी ही दुनिया में रहते हैं। अंडमान निकोबार के उत्तरी सेंटिनल द्वीप पर भी एक ऐसा ही समुदाय सालों से रहता आया है। इस समुदाय तक पहुंचने की जिद में अमेरिका के एक पर्यटक को अपनी जान गंवानी पड़ी। मृतक की पहचान 27 वर्षीय जॉन एलेन चाऊ के रूप में हुई है। इस मामले में पुलिस ने सात लोगों को गिरफ्तार किया है।
आदिवासियों के लिए सरंक्षित है ये इलाका
जहां पर जॉन एलेन चाऊ की हत्या की गई, वो सरकार द्वारा संरक्षित आदिवासियों का इलाका है। बाहरी दुनिया के किसी भी व्यक्ति का यहां जाना खतरे से खाली नहीं माना जाता। इस जानकारी के बाद भी एलेन चाऊ आदिवासियों तक पहुंचने को प्रयासरत थे। चाऊ के दोस्त एलेक्स ने बताया कि वो पिछले कुछ सालों में कई बार अंडमान जा चुका था। एलेक्स पोर्ट ब्लेयर में रहता है, उसी ने चाऊ के परिजनों को मामले की जानकारी दी।
जमीन पर कदम रखते ही तीर-कमान से करते हैं हमला
उत्तरी सेंटिनल द्वीप के इन इलाकों में कदम रखते ही आदिवासी तीर-कमान से हमला करते हैं। यहां के संरक्षित आदिवासी बाहरी दुनिया के किसी भी व्यक्ति का यहां पर आना अपने ऊपर हमले के रूप में देखते है। इस कारण यहां विशेष दर्जा प्राप्त व्यक्ति ही जाते हैं। यहीं कारण है कि चाऊ के शव की तलाश में लगाए गए हेलीकॉप्टर को भी वहां उतारा नहीं गया। इस वजह से अबतक चाऊ के शव का पता नहीं चल सका है।
2011 की जनगणना में 40 बताई गई थी आबादी
साल 2011 में हुए जनगणना में इस समुदाय की आबादी 40 बताई गई थी। फिलहाल इस समय इस समुदाय में कितने लोग हैं, इसकी जानकारी उपलब्ध नहीं है। संरक्षित समुदाय के साथ-साथ यह क्षेत्र सैन्य दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण माना जाता है।
पुलिस ने सात मछुआरों को किया गिरफ्तार
जॉन एलन चाऊ की हत्या के मामले में पुलिस ने सात मछुआरों को गिरफ्तार किया है। इन मछुआरों पर आरोप है कि इन्होंने चाऊ की वहां तक पहुंचने में मदद की। गिरफ्तार किए लोगों ने बताया कि चाऊ पर आदिवासियों ने तीर-कमान से हमला किया था। तीर लगने के बाद भी चाऊ उन्हीं लोगों की ओर आगे बढ़ रहा था। जख्मी हालत में आदिवासियों ने चाऊ को अपने कब्जे में ले लिया। ये सातों अभी पुलिस की हिरासत में हैं।
कुछ इस तरह से हुई चाऊ की हत्या
मामले की जानकारी देते हुए गिरफ्तार मछुआरों ने बताया कि चाऊ 14 नवंबर को उस क्षेत्र में गया था। उन लोगों ने बताया कि चाऊ ने जैसे ही उस क्षेत्र पर पहला कदम रखा, वैसे ही उसपर तीर-कमान से हमला हुआ। इसके बाद जनजातीय लोग चाऊ को घसीटकर समुद्रतट तक लेकर गए। जहां उसका आधा शरीर रेत में गड़ा हुआ था, इसके बाद वह नज़रों से ओझल हो गया। चाऊ के परिजनों ने अमेरिकी दूतावास से मामले की शिकायत की।