अमेरिकी विमान में बैठकर अफगानिस्तान से निकलने में कामयाब रहे 640 अफगानी नागरिक
सोमवार को अफगानिस्तान से बाहर जाने के लिए काबुल एयरपोर्ट पर जमा हुए हजारों अफगानियों में से 600 से अधिक भाग्यशाली रहे और अमेरिकी वायुसेना के विमान में बैठकर बाहर निकलने में कामयाब रहे। घटना की एक तस्वीर भी सामने आई है जिसमें अमेरिकी वायुसेना के C-17 ग्लोबमास्टर विमान में 640 अफगानियों को बैठे और खड़े देखा जा सकता है। उन्हें कतर में उतारा गया। ये यात्रियों के मामले में ग्लोबमास्टर विमान की सबसे बड़ी उड़ानों में से एक है।
पहले नहीं थी इतने अधिक यात्रियों के साथ उड़ान भरने की योजना
न्यूज वेबसाइट 'डिफेंस वन' के अनुसार, विमान में सवार हुए यात्रियों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे और उनमें से किसी के भी पास कोई खास सामान नहीं था। एक अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने वेबसाइट को बताया कि पहले उनकी इतने अधिक लोगों के साथ उड़ने की योजना नहीं थी, लेकिन बाहर निकाले जाने की मंजूरी वाले कई अफगानी विमान में चढ़ गए जिसके बाद चालक दल ने उन्हें उतारने के बजाय उड़ान भरने का फैसला लिया।
अन्य कुछ विमानों ने भी सैकड़ों लोगों के साथ भरी उड़ान- अधिकारी
विमान के चालक दल के एक सदस्य को पहले एक वायरल ऑडियो में यह कहते हुए सुना गया कि वे 800 से अधिक यात्रियों के साथ उड़ान भर रहे हैं। हालांकि एक रक्षा अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर साफ किया कि विमान में 640 यात्री सवार थे। उन्होंने कहा कि ऐसी अन्य कुछ उड़ानें भी काबुल एयरपोर्ट से निकलने में कामयाब रही हैं और इनमें 640 से भी अधिक लोग हो सकते हैं।
2013 में ग्लोबमास्टर ने टाइफून से सुरक्षित निकाले थे 670 लोग
बता दें कि 2013 में C-17 ग्लोबमास्टर ने फिलीपींस में आए टाइफून के बीच 670 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला था और यात्रियों की संख्या के मामले में इसे ग्लोबमास्टर की अब तक की सबसे बड़ी उड़ान माना जाता है।
अफगानिस्तान से निकलने के लिए काबुल पर जमा हुए थे हजारों लोग
बता दें कि तालिबान के कब्जे के बाद हजारों लोग अफगानिस्तान छोड़कर जाना चाहते हैं। सोमवार सुबह हजारों लोगों की भीड़ काबुल एयरपोर्ट पर पहुंच गई थी और उन्हें दूर रखने के लिए अमेरिकी सैनिकों को कई बार हवा में फायरिंग करनी पड़ी थी। एयरपोर्ट से सामने आ रहे वीडियोज में लोगों को अमेरिकी जहाजों के पीछे भागते हुए देखा जा सकता है। कुछ लोगों ने तो विमान के पहियों पर बैठकर जाने की कोशिश की और गिरकर मर गए।
अफगानिस्तान को गृह युद्ध की स्थिति में छोड़ने के लिए हो रही अमेरिका की आलोचना
20 साल पहले 11 सितंबर, 2001 को न्यूयॉर्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमले के बाद अलकायदा को ढूढ़ते हुए अफगानिस्तान आए अमेरिका पर अपने सहयोगी देश को गृह युद्ध की स्थिति में छोड़ने पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। अमेरिका 31 अगस्त तक अफगानिस्तान से अपने सैनिकों की वापसी का ऐलान कर चुका है और तालिबान के बढ़ते कदमों के बावजूद उसने अपना फैसला नहीं बदला है। राष्ट्रपति जो बाइडन की इसके लिए तीखी आलोचना हो रही है।