मुंबई में एक हजार करोड़ रुपये की ड्रग्स के साथ दो गिरफ्तार
क्या है खबर?
डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलीजेंस (DRI) और कस्टम विभाग को शनिवार रात को मुंबई में नशे के कारोबार के खिलाफ बड़ी सफलता मिली है।
दोनों विभागों की संयुक्त टीम ने खूफिया जानकारी के आधार पर नवी मुंबई के न्हावा शेवा बंदरगाह पर छापेमारी कर करीब 191 किलो हेरोइन बरामद कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
इस हेरोइन की अनुमानित कीमत करीब 1,000 करोड़ रुपये है। यह मुंबई में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है।
कार्रवाई
हेरोइन को अफगानिस्तान से पाइप में छिपाकर मुंबई पहुंचे आरोपी
इंडिया टुडे के अनुसार DRI के अधिकारी ने बताया कि कस्टम विभाग के अधिकारियों को पानी के जहाज से अवैध रूप से ड्रग्स लाने की सूचना मिली थी।
इस पर दोनों विभागों की संयुक्ट टीम ने न्हावा शेवा बंदरगाह पर चौकसी बढ़ा दी। जहाज के पहुंचने पर टीम ने दो आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने अफगानिस्तान से बांसनुमा पाइपों में हेरोइन छिपाकर लाने की बात कही। पाइपों की जांच की तो उसमें 191 किलो हेरोइन मिली।
गुमराह
आरोपियों को टीम को किया गुमराह करने का प्रयास
DRI के अधिकारी ने बताया कि आरोपियों ने टीम को गुमराह करने का भी प्रयास किया था। शुरुआत में आरोपियों ने इसे आयुर्वेदिक दवा बताया था।
उन्होंने कहा था कि इस दवा को खराब होने से बचाने के लिए बांस से बने पाइपों में छिपाकर लाया गया है।
हालांकि, बाद में जब अधिकारियों ने दोनों से सख्ती से पूछताछ की तो उन्होंने पाइपों में हेरोइन होने की बात स्वीकार कर ली। अधिकारियों ने बताया मामले की जांच जारी है।
रिमांड
आरोपियों को 14 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा
DRI के अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तारी के बाद रविवार को दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया।
रिमांड में आरोपियों से ड्रग्स की तस्करी में उनकी मदद करने वालों के बारे में पूछताछ की गई।
जिसके आधार पर ड्रग्स के कागज तैयार करने वाले दो कस्टम अधिकारियों को भी दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है। दोनों को अब मुंबई लाया जा रहा है।
एजेंट
दो कस्टम एजेंटों को भी किया गिरफ्तार
DRI के अधिकारी ने बताया कि मामले में आरोपियों की मदद करने के आरोप में कस्टम एजेंट मीनानाथ बोडके और कोंडीभाऊ पांडुरंग गुंजाल को भी गिरफ्तार किया गया है।
उन्हें स्थानीय न्यायालय में पेश किया गया। जहां से दोनों को 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया।
मीनानाथ बोडके ने बताया कि मोहम्मद नुमान नाम के शख्स ने उसे दिल्ली में इंपोर्टर सुरेश भाटिया से मिलवाया था। भाटिया पहले भी ड्रग तस्करी में पकड़ा जा चुका है।
अमृतसर
अमृतसर में पकड़ी गई थी 194 किलो हेरोइन
बता दें कि इससे पहले 31 जनवरी को पंजाब पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स ने अमृतसर एयरपोर्ट से 194 किलो हेरोइन बरामद की थी।
उस दौरान छह आरोपी भी गिरफ्तार किए गए थे। जिनमें एक अफगानी नागरिक भी शामिल था। साल 2001 के बाद से अफगानिस्तान ड्रग्स के मामले में सबसे बड़े केंद्र के रूप में उभरा है।
ऐसे में अब कस्टम विभाग की टीमें अफगानिस्तान से आने वाली हर फ्लाइट और जहाज पर कड़ी नजर रखती है।