पश्चिम बंगाल: मैंगो फेस्टिवल में प्रदर्शित हुआ 'दुनिया का सबसे महंगा आम', लाखों में है कीमत
आम का सीजन चल रहा है। ऐसे में आम प्रेमियों के लिए पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में मैंगो फेस्टिवल का 7वां संस्करण शुरू हो चुका है। इस तीन दिवसीय मैंगो फेस्टिवल में आम की 262 से अधिक किस्मों के अलावा दुनिया के सबसे महंगे आम 'मियाजाकी आम' को भी प्रदर्शित किया गया है। इस आम की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में लगभग 2.75 लाख रुपये प्रति किलोग्राम है। चलिए इस अनोखे आम से जुड़े कुछ रोचक तथ्य जानते हैं।
9 जून से शुरू हुआ मैंगो फेस्टिवल
यह फेस्टिवल राज्य के सिलीगुड़ी के माटीगारा में स्थित एक मॉल में 9 जून से शुरू हो गया है। इसमें आम की 262 से अधिक किस्मों को प्रदर्शित किया गया है। इसमें मियाजाकी आम भी शामिल है, जिसने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा है क्योंकि इसे दुनिया का सबसे महंगा आम कहा जाता है। इस फेस्टिवल का आयोजन मोडेला केयरटेकर सेंटर एंड स्कूल (MCCS) द्वारा एसोसिएशन फॉर कंजर्वेशन एंड टूरिज्म (ACT) के साथ किया गया है।
मस्जिद के पास लगा आम का पेड़ लोगों को कर रहा आकर्षित
राज्य के बीरभूम जिले के शौकत हुसैन नामक किसान ने 10 मियाजाकी आमों का प्रदर्शन करते हुए फेस्टिवल में भाग लिया है। इनकी कीमत 2.75 लाख रुपये प्रति किलो है। आमतौर पर ये आम जापान में उगाये जाते हैं, लेकिन अब भारत में भी इनकी खेती होती हैं। इंडिया टुडे के मुताबिक, जिले के दुबराजपुर में एक मस्जिद के पास मियाजाकी आम का पेड़ लगाया गया है और यह राज्यभर में लोगों को आकर्षित कर रहा है।
'एग ऑफ सन' के नाम से भी मशहूर है मियाजाकी आम
मियाजाकी आम की खेती मूल रूप से जापान के मियाजाकी शहर में की जाती है और कई जगहों पर इसे 'एग ऑफ सन' के नाम से जाना जाता है। वहीं स्थानीय भाषा में इसे 'ताइयो-नो-टोमागो' कहा जाता है। लाल रंग के ये आम आमतौर 350 ग्राम से अधिक वजन के होते हैं और इनका आकार डायनासोर के अंडे की तरह होता है। इन आम की खेती अप्रैल और अगस्त के बीच की जाती है।
मियाजाकी आम का सेवन सेहत के लिए बेहद फायदेमंद
मियाजाकी आम स्वाद में मीठे होते हैं और ये एंटी-ऑक्सीडेंट, बीटा-कैरोटीन और फॉलिक एसिड जैसे कई जरूरी गुणों से समृद्ध होते हैं। एंटी-ऑक्सीडेंट गुण शरीर को मुक्त कणों से बचाने में मदद करता है। मुक्त कणों के कारण ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस होता है, जिससे कैंसर, हृदय रोग, मधुमेह, अल्जाइमर और आंखों के रोग जैसी कई बीमारियों का जोखिम बढ़ सकता है। मियाजाकी आम में पाए जाने वाले बीटा-कैरोटीन और फॉलिक एसिड को आंखों के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक माना जाता है।
भारत में इस जगह भी होती है मियाजाकी आम की खेती
मियाजाकी आम की खेती भारत, बांग्लादेश, थाईलैंड और फिलीपींस में भी की जाती है। भारत में पश्चिम बंगाल के अलावा मध्य प्रदेश के जबलपुर में संकल्प परिहार और उनकी पत्नी के बगीचे में इस आम के 2 पेड़ हैं। उनका कहना है कि चेन्नई जाते समय ट्रेन में उन्हें किसी अजनबी ने इस आम के 2 पौधे भेंट किए थे। उस वक्त उन्हें नहीं पता था कि ये दुनिया के सबसे महंगे आम के पौधे हैं।