
चीन में महिलाएं मना रहीं तलाक का जश्न, फोटोशूट करवाकर जाहिर कर रहीं खुशी
क्या है खबर?
एक शादीशुदा जोड़े के लिए तलाक बेहद दुखद अनुभव होता है, लेकिन चीन में इसका बिल्कुल उलट हो रहा है।
यहां अब महिलाएं तलाक लेकर खुश हो रही हैं और अपनी इस खुशी का जश्न भी मना रही हैं।
हाल ही एक महिला ने तलाक का जश्न मनाने के लिए एक पार्टी का आयोजन किया और उसमें अपना फोटोशूट भी करवाया है, जो अब चर्चा का विषय बन गया है।
आइये इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
मामला
क्या है मामला?
34 वर्षीय सॉन्ग नामक महिला ने गुआंगडोंग प्रांत में अपनी 4 साल की शादी के अंत का जश्न मनाने के लिए पार्टी का आयोजन किया था।
इसमें सॉन्ग ने अपने दोस्तों के साथ खूब मजा किया और खुशी से ब्रेकअप के गाने भी गाएं।
इसके अलावा सॉन्ग ने इन लम्हों को कैद करने के लिए अपने एक फोटोग्राफर दोस्त को भी बुलाया था, जिसने पति से अलग होने पर प्रमाण पत्र लेते हुए सॉन्ग की तस्वीरें भी खींची थीं।
कारण
सॉन्ग ने ये बताई तलाक की वजह
सॉन्ग ने उन तस्वीरों को चीनी मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा, "अगर मुझे पता होता कि इससे मुझे इतनी खुशी मिलेगी तो मैं बहुत पहले ही तलाक ले चुकी होती।"
उन्होंने आगे बताया, "मुझे मई में पता चला था कि मेरा पति मुझे धोखा दे रहा है। इसके बाद मैंने सभी परेशानियों से उबरने के बाद पति को तलाक देने और अपना नया जीवन शुरू करने का फैसला किया, जिससे आज मैं बहुत खुश हूं।"
जानकारी
तलाक का जश्न मनाने का बन गया ट्रेंड
सोशल मीडिया पर सॉन्ग के तलाक का जश्न मनाने वाली तस्वीरें वायरल हैं। हालांकि, वह ऐसी एक अकेली महिला नहीं, जो इसके लिए लोकप्रिय हो रही हैं। सॉन्ग के फोटोग्राफर दोस्त के मुताबिक, सॉन्ग के बाद उसने 7 अन्य तलाक का फोटोशूट किया है।
जानकारी
अब बदल रहा तलाक के प्रति सामाजिक दृष्टिकोण
पहले महिलाएं चाहकर भी जल्दी तलाक नहीं ले पाती थी क्योंकि लोग उन्हें यह अहसास करवाते थे कि तलाकशुदा महिलाओं का जीवन बहुत मुश्किल होता है।
हालांकि, अब चीन में युवा महिलाएं खुलेआम तलाक का जश्न मनाने का विकल्प चुन रही हैं, जो तलाक के प्रति एक सामाजिक दृष्टिकोण में बदलाव को प्रतीक है।
आंकड़ों के मुताबिक भी चीन में तलाक की दर 2000 में 0.096 प्रतिशत से बढ़कर 2020 में 0.31 प्रतिशत हो गई।
बयान
"ज्यादातर महिलाएं कर रही हैं तलाक की पहल"
इस मामले में पेकिंग यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर सोशल रिसर्च के सहायक प्रोफेसर यू जिया ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है।
उन्होंने कहा, "तलाक की जश्न पार्टियों के चलन से पता चलता है कि तलाक की सामाजिक स्वीकार्यता बढ़ रही है। आंकड़ों से पता चला है कि अब पुरुषों की तुलना में ज्यादातर महिलाएं तलाक की पहल कर रही हैं, फिर चाहें उन्हें भेदभाव का सामना ही करना पड़ा हो।"