चीनी डॉक्टर ने 3,000 किलोमीटर दूर से की दुनिया की पहली रिमोट ब्रेन सर्जरी
क्या है खबर?
चीन के एक डॉक्टर ने अद्भुत कारनामा करते हुए 5G तकनीक के इस्तेमाल से दुनिया की पहली रिमोट ब्रेन सर्जरी की है।
सर्जरी के वक्त मरीज और डॉक्टर में 3,000 किलोमीटर का फासला था।
यह अद्भुत कारनामा करने वाला चीनी डॉक्टर का नाम लिंग झिपेई है।
चीनी मीडिया के अनुसार, उन्होंने शनिवार को इस रिमोट सर्जरी की मदद से मरीज के दिमाग में न्यूरीस्टीमुलेटर लगाए।
आइए आपको सर्जरी के बारे में पूरी जानकारी देते हैं।
जानकारी
पार्किंसन बीमारी से पीड़ित था मरीज
पार्किंसन नामक खतरनाक बीमारी से पीड़ित यह मरीज बीजिंग के PLAGH अस्पताल में भर्ती था, जबकि डॉ. झिपेई वहां से 3,000 किमी दूर हेनान प्रांत के सान्या शहर में थे।
उन्होंने वहीं से रोबोट और मशीनों को नियंत्रित करते हुए मरीज की ब्रेन सर्जरी की।
खबरों के अनुसार, ऑपरेशन 3 घंटे तक चला। ऑपरेशन सफल रहा और मरीज सर्जरी के बाद बेहतर महसूस कर रहा है।
चीनी मीडिया के अनुसार, यह दुनिया की पहली रिमोट ब्रेन सर्जरी है।
5G नेटवर्क
हुवेई के 5G नेटवर्क के कारण संभव हुई सर्जरी
डॉ. झिपेई के इस अद्भुत कारनामे में चीनी कंपनी हुवेई द्वारा निर्मित 5G नेटवर्क की बेहद अहम भूमिका रही और इसके कारण ही रियल टाइम ऑपरेशन संभव हो सका।
4G नेटवर्क में यह ऑपरेशन संभव नहीं है क्योंकि इसकी स्पीड कम होने के कारण वीडियो प्रसारण और रिमोट कंट्रोल में देरी होती है।
डॉ. झिपेई ने कहा कि इस नई तकनीक से यह समस्या दूर हो गई है और आपको लगता ही नहीं है कि मरीज 3,000 किमी दूर है।
संभावनाएं
युद्ध प्रभावित और दूरदराज के क्षेत्रों में सहायक हो सकती है नई तकनीक
रिमोट सर्जरी गरीब, युद्ध प्रभावित और दूरदराज क्षेत्रों में रह रहे लोगों तक शीर्ष चिकित्सकों की तत्काल मदद पहुंचाने में मददगार सिद्ध हो सकती है।
बता दें कि रिमोट सर्जरी में 5G का पहला इस्तेमाल चीन के ही एक डॉक्टर ने एक जानवर के लिवर ऑपरेशन के लिए किया था।
हुवेई की तकनीक का मनुष्यों पर पहला इस्तेमाल पिछले साल मार्च में बीजिंग से 2,000 किमी दूर शेनझेन में लिवर ऑपरेशन के लिए किया गया था।
हुवेई कंपनी
अमेरिका सहित कई देशों के निशाने पर है हुवेई कंपनी
5G के क्षेत्र में हुवेई का काम अमेरिकी का आंखों का कांटा बन चुका है।
ट्रम्प प्रशासन हुवेई पर जासूसी के आरोपों लगाकर उसे पूरी दुनिया में ब्लैकलिस्ट कराने की कोशिश कर रहा है।
अमेरिका के साथ कनाडा, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया और UK ने भी 5G नेटवर्क में हुवेई की मदद पर प्रतिबंध लगा दिया है।
यही नहीं, पिछले साल दिसंबर में हुवेई के मुख्य वित्त अधिकारी मेंग वानझाउ को अमेरिकी वारंट पर कनाडा में हिरासत में लिया गया था।