क्या अत्यधिक प्रयोग की नीति से विश्व कप जीत पाएगी भारतीय क्रिकेट टीम?
भारतीय क्रिकेट टीम ने आखिरी बार वनडे विश्व कप साल 2011 में जीता था। इस साल अक्टूबर-नवंबर में एक बार फिर वनडे विश्व कप खेला जाना है, लेकिन विश्व कप से पहले भारतीय टीम की तैयारियों पर सवाल खड़े हो रहे हैं। शनिवार को विश्व कप में क्वालीफाई भी न कर पाने वाली वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम ने भारत को हरा दिया। टीम ने इस मुकाबले में कई प्रयोग किए थे। आइए इसी अत्यधिक प्रयोग को विस्तार से समझते हैं।
नंबर- 4 पर कौन खेलेगा अब तक तय नहीं, विकेटकीपर पर असमंजस बरकरार
श्रेयस अय्यर, केएल राहुल और ऋषभ पंत चोट के कारण टीम से बाहर चल रहे हैं। ऐसे में टीम का मध्यक्रम क्या होगा किसी को समझ नहीं आ रहा। वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले मैच में हार्दिक पांड्या तो दूसरे मैच में अक्षर पटेल नंबर 4 पर बल्लेबाजी करने आए। टीम किसी एक खिलाड़ी पर भरोसा नहीं जता पा रही है। पंत के बाद विकेटकीपर के तौर पर राहुल, संजू सैमसन और ईशान किशन सभी प्रयोग का हिस्सा बने हुए हैं।
गेंदबाजी को लेकर नहीं आ सकी है स्थिरता
वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज में शार्दुल ठाकुर, जयदेव उनादकट, मुकेश कुमार और उमरान मलिक भारत के चार विशेषज्ञ तेज गेंदबाज हैं और उनमें से किसी का भी विश्व कप खेलना तय नहीं है। जसप्रीत बुमराह को फिटनेस की समस्या है, वहीं मोहम्मद सिराज और मोहम्मद शमी को आराम दिया गया है। भारतीय चयनकर्ताओं को विश्व कप से पहले अपने प्रमुख तेज गेंदबाजों को वनडे मैचों में तो ज्यादा से ज्यादा मौका देने का तरीका खोजना होगा।
स्पिन विभाग में भी स्पष्टता की कमी
सबसे बड़ी हैरानी की बात यह है कि लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल दोनों वनडे मुकाबलों में टीम से बाहर रहे और कुलदीप यादव को तरजीह दी गई। बड़ी बात यह है कि चहल हाल के वर्षों में सफेद गेंद की क्रिकेट में भारत के प्रमुख स्पिनर रहे हैं। ऐसे में भारतीय टीम को उन्हें ज्यादा से ज्यादा मौके देने चाहिए। यहां तक कि फॉर्म में चल रहे अक्षर को भी पहले मैच के लिए आराम दिया गया।
खिलाड़ियों में आत्मविश्वास की कमी, रहता है बाहर होने का डर
वनडे में भारतीय टीम लगातार बदलाव करते नजर आ रही है। खिलाड़ियों को खुद पता नहीं होता कि उन्हें अगले मैच में मौका मिलेगा या नहीं। ऐसे में मैच के दौरान उनके आत्मविश्वास में कमी साफ नजर आती है। सैमसन पहले मैच में टीम से बाहर थे और उन्हें अचानक दूसरे वनडे में मौका मिल गया। सूर्यकुमार यादव जो लगातार वनडे क्रिकेट में फ्लॉप हो रहे हैं उन्हें टीम से बाहर नहीं किया जा रहा है।
भारतीय टीम को अभी नहीं मिला इन सवालों का जवाब
विश्व कप शुरू होने में अब बहुत ही कम समय बचा है। टीम का विकेटकीपर कौन होगा? मध्यक्रम कैसा होगा? और तेज गेंदबाज कौन-कौन होंगे? इन सवालों का जवाब अब तक नहीं मिल पाया है। सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल के प्रदर्शन में भी निरंतरता नहीं है। विराट कोहली और रोहित शर्मा को पहले 2 मैच में आराम ही मिला। ऐसे में भारतीय टीम प्रबंधन को कड़े फैसले लेने होंगे, वरना विश्व कप जीतने का सपना खटाई में पड़ सकता है।
भारतीय टीम के कोच ने टीम में हो रहे प्रयोग पर क्या कहा?
भारतीय टीम के कोच राहुल द्रविड़ ने टीम में हो रहे प्रयोग को लेकर दूसरे वनडे के बाद पत्रकारों से कहा, "हम विश्व कप से पहले सभी खिलाड़ियों को आजमाना चाहते हैं। हम हमेशा बड़ी तस्वीर पर गौर करते हैं। विराट और रोहित को आराम देना हमारे लिए जोखिम भरा फैसला था। बड़े टूर्नामेंट को देखते हुए ऐसे फैसले लेने होंगे। हम युवा खिलाड़ियों को जितना संभव हो उतने मौके देना चाहते हैं।"