वीवीएस लक्ष्मण ने NCA का हेड बनने से किया इंकार, BCCI ने किया था सम्पर्क- रिपोर्ट
क्या है खबर?
पूर्व भारतीय बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने बेंगलुरु स्थिति राष्ट्रीय क्रिकेट एकेडमी (NCA) के प्रमुख (हेड) बनने से इनकार कर दिया है। बता दें वर्तमान में NCA के हेड के रूप में राहुल द्रविड़ कार्यरत हैं, जिनका टी-20 विश्व कप के बाद भारतीय टीम के मुख्य कोच का पदभार संभालना तय है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने लक्ष्मण से सम्पर्क किया था, जिसमें उन्होंने दिलचस्पी नहीं दिखाई है।
रिपोर्ट
लक्ष्मण ने इस पद के लिए अपनी रुचि नहीं दिखाई- रिपोर्ट
इस घटनाक्रम से जुड़े एक सूत्र ने स्पोर्ट्स तक को बताया कि BCCI ऐसे उम्मीदवार की तलाश में है जिसने भारतीय क्रिकेट में महत्वपूर्ण योगदान दिया हो।
सूत्र ने आगे बताया, "हमने कुछ दिन पहले लक्ष्मण से संपर्क किया था, लेकिन वह इसके लिए इच्छुक नहीं हैं। उन्होंने इस पद के लिए अपनी रुचि नहीं दिखाई है।"
लक्ष्मण घरेलू क्रिकेट में बंगाल टीम के बल्लेबाजी सलाहकार रहे हैं। इसके अलावा वह IPL में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) टीम के मेंटोर हैं।
करियर
शानदार रहा है लक्ष्मण का टेस्ट करियर
टेस्ट क्रिकेट में भारत के महान बल्लेबाजों में से एक लक्ष्मण ने 134 टेस्ट में 45.97 की औसत से 8,781 रन बनाए थे। इस दौरान उन्होंने 17 शतक, दो दोहरे शतक और 56 अर्धशतक लगाए थे।
अपने टेस्ट करियर में लक्ष्मण कभी नंबर वन टेस्ट रैंकिग बल्लेबाज नहीं बन सके थे।
दूसरी तरफ लक्ष्मण ने 86 वनडे में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया, जिसमें 30.76 की औसत से 2,338 रन बनाए थे।
हेडकाच
BCCI ने हेडकोच के लिए मांगे आवेदन, द्रविड़ के नाम पर मुहर लगना लगभग तय
BCCI ने पुरुष टीम के लिए हेडकोच समेत अन्य कई पदों के लिए आवेदन की मांग की है। टी-20 विश्व कप के बाद हेडकोच रवि शास्त्री का कार्यकाल समाप्त हो रहा है।
BCCI लंबे समय से राहुल द्रविड़ के साथ बातचीत कर रही थी और उन्हें हेडकोच बनाने के लिए राजी कर लिया है। द्रविड़ ने हाल ही में हेडकोच पद के आवेदन करने के लिए अपनी रजामंदी दी थी।
वैकेंसी
NCA के लिए भी है एक वैकेंसी
नेशनल क्रिकेट अकादमी (NCA) के स्पोर्ट्स साइंस एंड मेडिसिन हेड पद के लिए भी 3 नवंबर की शाम 5:00 बजे तक ईमेल के द्वारा आवेदन किया जा सकता है। इसके लिए स्पोर्ट्स साइंस या मेडिसिन में पोस्ट ग्रेजुएट की डिग्री होना अनिवार्य है।
व्यक्ति के पास पहले इस तरह के काम का अच्छा खासा अनुभव होना भी जरूरी है। पहले मेडिकल ऑफिसर या मेडिकल डायरेक्टर के पद पर काम किए लोगों को अधिकत तरजीह दी जाएगी।