क्या 2019 क्रिकेट विश्व कप में भारतीय कप्तान विराट कोहली ने की अच्छी कप्तानी? पढ़ें विश्लेषण
2019 क्रिकेट विश्व कप के सेमीफाइनल मुकाबले में न्यूजीलैंड के खिलाफ 18 रनों से हारकर भारत का विश्व विजेता बनने का सपना टूट गया। टूर्नामेंट के लीग स्टेज में भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन किया था, लेकिन नॉक-आउट मैच हारकर सब कुछ समाप्त हो गया। वैसे तो भारतीय कप्तान विराट कोहली ने टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन कुछ फैसलों पर वह और भी अच्छा कर सकते थे। जानिए 2019 विश्व कप में बतौर कप्तान कोहली का सफर कैसा रहा।
सेमीफाइनल से पहले बतौर कप्तान शानदार रहा कोहली का सफर
विश्व कप के लीग स्टेज में बतौर कप्तान विराट कोहली का सफर शानदार रहा। लीग स्टेज में कप्तान कोहली ने लगभग हर टीम की कमज़ोरी के हिसाब से टीम का चयन किया। बल्लेबाज़ी क्रम और गेंदबाज़ों को रोटेट करने के मामले में भी कोहली ने लीग स्टेज में सही फैसले लिए। इस दौरान कोहली की कप्तानी काफी परिपक्व दिखी। जिसकी प्रशंसा पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने भी की। लेकिन सेमीफाइनल मुकाबले में कोहली ने कई बड़ी गलतियां की।
बतौर बल्लेबाज़ भी कोहली ने किया शानदार प्रदर्शन
2019 क्रिकेट विश्व कप में विराट कोहली ने 55.38 की औसत से 443 रन बनाए। इस बीच कोहली के बल्ले से पांच अर्धशतक निकले। बतौर बल्लेबाज़ टीम को जब भी ज़रूरत पड़ी कोहली ने रन बनाए और टीम को सफलता दिलाई। लीग स्टेज में भारत ने नौ में से सात मैचों में जीत दर्ज की। जिसमें एक मैच बारिश के कारण रद्द हुआ। कोहली ने टूर्नामेंट में कई बेहतरीन पारियां खेली। साथ ही दूसरे खिलाड़ियों पर भी भरोसा दिखाया।
मिडिल ऑर्डर के खिलाड़ियों पर कोहली ने नहीं दिखाया भरोसा
इसमें कोई शक नहीं है कि इस विश्व कप में मिडिल ऑर्डर भारत की सबसे कमज़ोर कड़ी था। टूर्नामेंट के मध्य में केदार जाधव को टीम से बाहर करना कप्तान कोहली की सबसे बड़ी गलती थी। साथ ही कोहली ने छोटी टीमों के खिलाफ भी दूसरे बल्लेबाज़ों को मौका नहीं दिया। श्रीलंका के खिलाफ मैच में कोहली दिनेश कार्तिक और ऋषभ पंत को पहले बल्लेबाज़ी कराकर उन्हें बूस्ट कर सकते थे। बाकी टीमों ने कई बार टूर्नामेंट में ऐसा किया।
प्लेइंग इलेवन के चयन में कई बार कोहली ने लिए गलत फैसले
भुवनेश्वर के चोटिल होने के बाद कोहली को मजबूरी में मोहम्मद शमी को प्लेइंग इलेवन में शामिल करना पड़ा। लेकिन शमी ने मौका मिलते ही शानदार प्रदर्शन कर कोहली को मुश्किल में डाल दिया। विश्व कप में शमी ने चार मैचों में 14 विकेट लिए। हालांकि, सेमीफाइनल में कोहली ने खराब फैसला लेते हुए शमी को प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया। साथ ही कुलदीप की खराब फॉर्म के बावजूद कोहली ने जडेजा को पहले टीम में जगह नहीं दी।
सेमीफाइनल मुकाबले में कोहली ने की ये बड़ी गलतियां
सेमीफाइनल मुकाबले में न्यूजीलैंड के खिलाफ कोहली ने कप्तानी में कई बड़ी गलतियां की। पिच को पढ़ने में भी कोहली असफल रहे। कोहली को इस मैच में तीन तेज़ गेंदबाज़ों के साथ उतरना चाहिए था। साथ ही धोनी से पहले कार्तिक और पंड्या को बल्लेबाज़ी के लिए भेजना सबसे बड़ी गलती थी। कोहली ने न्यूजीलैंड को पूरे 50 ओवर खेलने का मौका दिया। प्रेशर में कोहली ने कीवी बल्लेबाज़ों पर अटैक करने की कोशिश ही नहीं की।
कोहली के साथ-साथ टीम मैनेजमेंट के फैसलों भी रहे खराब
पिछले दो साल से भारतीय टीम में चार नंबर की जो समस्या लगातार बनी हुई थी। विश्व कप में भी टीम की सबसे बड़ी समस्या वही रही। भारतीय टीम मैनेजमेंट विश्व कप से पहले मिडिल ऑर्डर को स्थिर करने में पूरी तरह से नाकाम रहा। विश्व कप से पहले लगातार चार नंबर पर खेल रहे अंबाती रायडू को विश्व कप टीम में शामिल नहीं किया गया। सेमीफाइनल मैच में रायडू के शैली जैसे बल्लेबाज़ की कमी साफ दिखी।