भारत बनाम वेस्टइंडीज: मुकाबले में इन खिलाड़ियों और आपसी बैटल्स पर रहेंगी सबकी नज़रें
आज जब ओल्ड ट्रैफर्ड में भारतीय टीम का सामना वेस्टइंडीज से होगा तो भारत इस मैच का पूरा लाभ लेना चाहेगा और सेमीफाइनल के और करीब पहुंचने की पूरी कोशिश करेगा। दोनों ही टीमों में कई बड़े खिलाड़ी हैं और इस मुकाबले में गेंद औऱ बल्ले का संघर्ष बेहद शानदार हो सकता है। एक नजर डालते हैं मुकाबले में होने वाली अहम व्यक्तिगत बैटल्स पर।
विंडीज ओपनर्स की परीक्षा लेंगे बुमराह
जसप्रीत बुमराह की गेंद के साथ सटीकता और निरंतरता जाहिर तौर पर वेस्टइंडीज के ओपनिंग बल्लेबाजों की परीक्षा लेगी। बुमराह के पास काफी विविधता है और खास तौर से उनकी शार्ट गेंद शाई होप को परेशान कर सकती है। न्यूजीलैंड के खिलाफ पिछले मैच में अर्धशतक लगाने वाले क्रिस गेल को भी बुमराह परेशान कर सकते हैं। गेल के खिलाफ बुमराह को लाइन और लेंथ सटीक रखना होगा और यूनिवर्स बॉस को रूम देने से बचना होगा।
पूरन और हेटमायर को बांध सकते हैं चहल-कुलदीप
भारत के स्पिन गेंदबाज निकोलस पूरन और शिमरॉन हेटमायर के खिलाफ गेंदबाजी करने के लिए तैयार होंगे। इस विश्व कप में वेस्टइंडीज के इन दो युवा बल्लेबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया है। आक्रामक बल्लेबाजी करने के लिए मशहूर इन बल्लेबाजों को युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव परेशान कर सकते हैं। दोनों स्पिनरों ने टूर्नामेंट में ज़्यादा रन नहीं खर्च किए हैं और वे पूरन और हेटमायर को भी बांध सकते हैं।
भारतीय टॉप आर्डर के सामने विंडीज तेज गेंदबाजों को दिखानी होगी चतुराई
वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज भारत के टॉप आर्डर बल्लेबाजों को शार्ट गेंदें नहीं फेंक सकते हैं और यदि वे ऐसा करते हैं तो उनकी पिटाई हो सकती है। शेल्डन कोट्रेल कोशिश करेंगे कि वह गेंद को बाहर स्विंग कराके रोहित शर्मा को अपना शिकार बनाएं। जैसन होल्डर को विराट कोहली के खिलाफ गेंदबाजी करते देखना शानदार होगा। उन्हें ऑफ स्टंप के बाहर गेंदबाजी करके कोहली को परेशान करना होगा।
भारत के मिडिल ऑर्डर को टार्गेट करेगा वेस्टइंडीज
विंडीज टीम का ध्यान भारतीय टीम के मिडिल आर्डर पर होगा। इसी जगह को टार्गेट करने के लिए कार्लोस ब्रेथवेट का रोल अहम हो जाएगा। इसके अलावा विंडीज अपने स्पिन गेंदबाज एश्ले नर्स को उतारने के लिए भी उतावला होगा। इन दोनों गेंदबाजों पर भारत के मिडिल आर्डर को रोकने की जिम्मेदारी होगी। भारत के नजरिए से बल्लेबाजों को स्ट्राइक बदलते रहना होगा। विंडीज को क्षेत्ररक्षण में चुस्ती दिखाने की जरूरत होगी।