डेविड वार्नर पर लगा कप्तानी का प्रतिबंध हटाया गया, अब BBL में संभाल सकते हैं कमान
ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज डेविड वार्नर पर आजीवन कप्तानी का प्रतिबंध अब हटा दिया गया है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) ने यह फैसला किया है और वार्नर अब बिग बैश लीग (BBL) में सिडनी थंडर की कप्तानी करने के योग्य हैं। वार्नर ने इस महीने की शुरुआत में तीन सदस्यीय स्वतंत्र पैनल के समक्ष अपना मामला रखा था। इस पैनल ने प्रतिबंध को तत्काल प्रभाव से समाप्त किया है। आइए इस खबर पर एक नजर डालते हैं।
वार्नर के पक्ष में सर्वसम्मति से आया फैसला
पैनल ने सर्वसम्मति से यह निष्कर्ष निकाला कि वार्नर के व्यवहार में बहुत बदलाव आया है और उन्हें अपने आचरण के लिए बहुत पछतावा है। पैनल ने बयान जारी कर कहा, "प्रतिबंध लगाए जाने के बाद से वार्नर का आचरण और व्यवहार बहुत अच्छा रहा है और ऐसा लगता है कि उन्होंने काफी बदलाव किया है, जिसका एक उदाहरण यह है कि अब वे विरोधी टीम के खिलाफ स्लेजिंग नहीं करते या उन्हें उकसाने की कोशिश नहीं करते।"
विलियमसन ने भी वार्नर के पक्ष में भेजा था समर्थन पत्र
पैनल ने आगे कहा, "समीक्षा पैनल इस बात से पूरी तरह संतुष्ट है कि वार्नर 2018 में हुई किसी भी घटना के समान किसी भी आचरण में शामिल नहीं होंगे, जिसके परिणामस्वरूप प्रतिबंध लगाया गया था।" दिलचस्प रूप से 3 सदस्यीय पैनल को न्यूजीलैंड के केन विलियमसन से भी समर्थन पत्र प्राप्त हुआ। बता दें कि वार्नर और विलियमसन इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में सनराइजर्स हैदराबाद की टीम में साथ में खेल चुके हैं।
क्यों लगा था वार्नर पर प्रतिबंध?
वार्नर पर गेंद से छेड़छाड़ (सैंडपेपर गेट) कांड के बाद CA द्वारा आजीवन कप्तानी प्रतिबंध लगाया था। दरअसल, कैमरन बैनक्रॉफ्ट को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ केपटाउन में तीसरे टेस्ट में गेंद पर सैंडपेपर रगड़ते पाया गया था। तत्कालीन कप्तान स्टीव स्मिथ और उपकप्तान वार्नर पर एक-एक साल का प्रतिबंध लगा था, वहीं बैनक्रॉफ्ट पर 9 महीने की पाबंदी लगाई गई थी। स्मिथ ने कुछ सालों के प्रतिबंध के बाद कप्तानी में वापसी कर ली थी।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं वार्नर
वार्नर ने टी-20 विश्व कप 2024 में अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था। अपने टी-20 अंतरराष्ट्रीय करियर में उन्होंने 110 मैचों में 33.43 की औसत से 3,277 रन बनाए थे। उन्होंने अपना वनडे करियर ऑस्ट्रेलिया के लिए छठे सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज के रूप में समाप्त किया था। उन्होंने 161 मुकाबलों में 45.30 की औसत से 6,932 रन बनाए थे। अपने टेस्ट क्रिकेट करियर में उन्होंने 112 मैचों में 44.59 की औसत से 8,786 रन बनाए थे।