क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने पूर्व तेज गेंदबाज मर्व ह्यूज्स को 'हाल ऑफ फेम' में शामिल किया
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज मर्व ह्यूज्स को ऑस्ट्रेलियन क्रिकेट के 'हाल ऑफ फेम' में शामिल किया है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) ने 59 वर्षीय ह्यूज्स को 'हाल ऑफ फेम' में शामिल किए जाने की जानकारी दी। 1985 में ऑस्ट्रेलिया के लिए अपना डेब्यू करने वाले ह्यूज्स ने 1994 में अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मुकाबला खेला था। वह ऑस्ट्रेलियन क्रिकेट की 'हाल ऑफ फेम' में शामिल होने वाले 51वें पुरुष क्रिकेटर बने हैं।
क्या है 'हाल ऑफ फेम'?
ऑस्ट्रेलियन क्रिकेट 'हाल ऑफ फेम' का विचार मेलबर्न क्रिकेट क्लब द्वारा प्रस्तुत किया गया था और इसकी शुरुआत 1996 में हुई थी। इसमें दिग्गज खिलाड़ियों को शामिल किया जाता है, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से कम से कम पांच साल पहले संन्यास ले लिया हो।
'हाल ऑफ फेम' में शामिल होने के हकदार हैं ह्यूज्स- पीटर किंग
ऑस्ट्रेलियन क्रिकेट 'हाल ऑफ फेम' चेयरमैन पीटर किंग ने कहा कि हम जैसे कई लोगों के लिए ह्यूज्स ऑस्ट्रेलियन समर के आइकन थे। उन्होंने आगे कहा, "वह शानदार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर, खेल के सच्चे प्रचाकर और 'हाल ऑफ फेम' में शामिल होने के वास्तविक हकदार हैं। वर्तमान समय की टीमों के साथ मेंटरशिप के जरिए उन्होंने खेल पर अपनी महानता की छाप छोड़ी है। उन्हें हमेशा बड़े दिल वाले तेज गेंदबाज के रूप में याद किया जाएगा।"
ऐसा रहा है ह्यूज्स का करियर
1985 में अपना टेस्ट डेब्यू करने वाले ह्यूज्स को मुख्य रूप से टेस्ट क्रिकेटर के रूप में देखा गया। उन्होंने 53 टेस्ट मैचों में 28.38 की औसत के साथ 212 विकेट हासिल किए हैं। टेस्ट में उन्होंने सात बार पारी में पांच या उससे अधिक और एक बार मैच में 10 या उससे अधिक विकेट हासिल किए हैं। ह्यूज्स ने ऑस्ट्रेलिया के लिए खेले 33 वनडे मैचों में भी 38 विकेट लिए हैं।
तीन ओवर, दो पारियां और दो दिन में ली है अनोखी हैट्रिक
1988-89 में वेस्टइंडीज के खिलाफ ह्यूज्स ने अनोखी हैट्रिक हासिल की थी जो तीन ओवर, दो पारियां और दो दिन में पूरी हुई थी। उन्होंने अपने 36वें ओवर की आखिरी गेंद पर विकेट लिया और फिर 37वें ओवर की पहली गेंद पर विकेट लेकर वेस्टइंडीज की पहली पारी समाप्त की थी। अगले दिन वेस्टइंडीज की दूसरी पारी के दौरान पहली ही गेंद पर विकेट लेकर उन्होंने अनोखी हैट्रिक पूरी की थी।
पांच साल तक ऑस्ट्रेलियन टीम के सिलेक्टर रहे हैं ह्यूज्स
जून 2005 में ह्यूज्स ऑस्ट्रेलियन नेशनल क्रिकेट टीम के सिलेक्टर बने थे। उनके कार्यकाल के समय काफी सवाल उठे और 2009 एशेज सीरीज की हार तथा नंबर वन रैंकिंग गंवाने के बाद सवाल और भी तीखे हो गए थे। हालांकि, 2009-10 सीजन में ऑस्ट्रेलियन टीम का प्रदर्शन काफी शानदार रहा था। इसके बावजूद अक्टूबर 2010 में उन्हें हटाकर ग्रेग चैपल को टीम का सिलेक्टर चुना गया था।