टी-20 विश्व कप 2024: भारतीय टीम के कौन से पक्ष रहे मजबूत और कहां पड़े कमजोर?
क्या है खबर?
टी-20 विश्व कप 2024 के फाइनल मुकाबले में भारतीय क्रिकेट टीम ने दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम को 7 रन से हराकर 17 साल बाद टी-20 विश्व कप का खिताब अपने नाम किया।
पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम ने 20 ओवर में 176/7 का स्कोर बनाया था।
जवाब में दक्षिण अफ्रीका की टीम 20 ओवर में 8 विकेट खोकर 169/8 का स्कोर ही बना पाई।
पूरे विश्व कप में भारतीय टीम एक भी मैच नहीं हारी और शानदार प्रदर्शन किया।
रिपोर्ट
रोहित की आक्रमक बल्लेबाजी
इस विश्व कप में भारत के लिए सबसे ज्यादा रन रोहित शर्मा ने बनाए। वह 8 मैच की 8 पारियों में 36.71 की औसत और 156.70 की स्ट्राइक रेट से 257 रन बनाने में कामयाब रहे।
उन्होंने सभी मुकाबलों में पहली गेंद से ही प्रहार करना शुरू कर दिया। इसका फायदा ये हुआ कि मध्यक्रम के बल्लेबाज बिना किसी डर के खुलकर खेल पाए।
ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ उनकी धमाकेदार पारी ने ही भारतीय टीम को जीत दिलाई।
गेंदबाजी
जसप्रीत बुमराह ने किया अभूतपूर्व प्रदर्शन
जसप्रीत बुमराह (8 मैच, 15 विकेट) ने टूर्नामेंट में यादगार प्रदर्शन करते हुए अपना नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज करवा लिया।
उन्हें उनके शानदार प्रदर्शन के लिए 'प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट' भी चुना गया।
बुमराह ने फाइनल मुकाबले में 4 ओवर में सिर्फ 18 रन खर्च किए और 2 बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई। उनकी इकॉनमी रेट सिर्फ 4.50 की रही।
टी-20 विश्व कप 2024 में बुमराह संयुक्त रूप से तीसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे।
ज्यादा
अर्शदीप भी चमके
तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह (17 विकेट) इस विश्व कप में संयुक्त रूप से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे।
पावरप्ले में उनके द्वारा विकेट निकालने से न केवल विरोधी टीम दबाव में आई, बल्कि उनके साथी गेंदबाज भी हावी होने में कामयाब रहे। एक छोर से बुमराह ने दबाव बनाया तो दूसरे छोर से अर्शदीप ने विकेट निकाले।
कप्तान ने जब-जब अर्शदीप को गेंद थमाई उन्होंने उम्मीदों पर खरा उतरते हुए टीम को सफलता दिलाई।
कमाल
इन खिलाड़ियों ने भी किया कमाल
हार्दिक पांड्या, अक्षर पटेल, सूर्यकुमार यादव और कुलदीप यादव ये ऐसे खिलाड़ी रहे, जिन्होंने पूरे टूर्नामेंट में बड़े मौकों पर टीम के लिए मैच बनाया।
किसी ने गेंदबाजी से तो किसी ने बल्लेबाजी से पूरा मैच पलट के रख दिया।
हार्दिक ने इस विश्व कप में 11 विकेट लिए और 144 रन भी बनाए।
कुलदीप ने 10 विकेट अपने नाम किए। अक्षर ने 9 विकेट लिए और 92 रन भी बनाए। सूर्यकुमार के बल्ले से 199 रन निकले।
निराश
इन खिलाड़ियों ने किया निराश
विराट कोहली को फाइनल में 76 रन की पारी को छोड़ दें तो वह कुछ खास नहीं कर पाए।
पूरे टूर्नामेंट में उनकी स्ट्राइक रेट 112.68 की रही। ऋषभ पंत ने भी बड़े मौकों पर निराश किया।
इसके अलावा शिवम दुबे पूरी टूर्मामेंट में कुछ खास नहीं कर पाए और उनके बल्ले से एक भी अर्धशतक नहीं निकला। उन्होंने 114.65 की स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी की।
रविंद्र जडेजा का न ही बल्ला चला और गेंदबाजी में भी असफल रहे।