सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2024: अभिषेक शर्मा ने सिर्फ 28 गेंदों पर जड़ा शतक, रचा इतिहास
क्या है खबर?
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में पंजाब क्रिकेट टीम के सलामी बल्लेबाज और कप्तान अभिषेक शर्मा ने सिर्फ 28 गेंदों में शतक जड़ दिया है।
वह टी-20 क्रिकेट में संयुक्त रूप से सबसे तेज शतक लगाने वाले भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं। अभिषेक ने गुजरात क्रिकेट टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज उर्विल पटेल की बराबरी की है।
उर्विल ने इसी टूर्नामेंट में त्रिपुरा के खिलाफ 28 गेंदों पर शतक जड़ा था। 26 वर्षीय उर्विल ने ऋषभ पंत का रिकॉर्ड तोड़ा था।
पारी
कैसी रही अभिषेक की पारी?
मेघालय क्रिकेट टीम ने पंजाब के खिलाफ पहले बल्लेबाजी करते हुए 142/7 का स्कोर बनाया था। जवाब में अभिषेक ने 29 गेंदों का सामना किया और 106* रन बनाए। उनके बल्ले से 8 चौके और 11 छक्के निकले। उनकी स्ट्राइक रेट 365.52 की रही।
इस धमाकेदार प्रदर्शन के कारण पंजाब को सिर्फ 9.3 ओवर में ही जीत मिल गई।
टी-20 क्रिकेट में अभिषेक का यह 5वां शतक है। भारतीय क्रिकेट टीम के लिए भी अभिषेक 1 शतक जड़ चुके हैं।
आंकड़े
विश्व क्रिकेट में दूसरा सबसे तेज शतक लगाने वाले बल्लेबाज
विश्व क्रिकेट के बल्लेबाजों में अभिषेक अब टी-20 क्रिकेट के इतिहास में संयुक्त रूप से दूसरे सबसे तेज शतक लगाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं। उन्होंने उर्विल की इस मामले में बराबरी की है।
उनसे आगे सिर्फ इस्टोनिया क्रिकेट टीम के साहिल चौहान हैं, जिन्होंने इसी साल साइप्रस के खिलाफ टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में सिर्फ 27 गेंदों में शतक जड़ा था।
सूची में तीसरे स्थान पर क्रिस गेल हैं, जिन्होंने 30 गेंदों में शतक (IPL 2013) लगाने का कारनामा किया।
रिकॉर्ड
अभिषेक ने ये रिकॉर्ड्स भी किए अपने नाम
अभिषेक ने शतक के साथ ही मैच में 2 विकेट भी लिए। वह ऐसा करने वाले सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के इतिहास में सिर्फ तीसरे खिलाड़ी बने हैं।
उनसे पहले रजत भाटिया और नितीश राणा ने यह कारनामा किया था।
25 साल से कम की उम्र में सबसे ज्यादा टी-20 शतक जड़ने के मामले में अभिषेक दूसरे स्थान पर आ गए हैं। शुभमन गिल 6 शतक के साथ पहले स्थान पर हैं। अभिषेक के 5 शतक हैं।
मैच
पंजाब ने आसानी से जीता मैच
पंजाब के लिए अभिषेक के अलावा रमनदीप सिंह ने भी 2 विकेट लिए। 20 ओवर में मेघालय सिर्फ 142/7 का स्कोर ही बना पाई।मेघालय के लिए अर्पित सुभाष ने 31 रन बनाए।
अभिषेक के अलावा सोहराब धालीवाल ने पंजाब के लिए 15 गेंदों में 22 रन बनाए। मेघालय का कोई भी गेंदबाज अपनी छाप नहीं छोड़ पाया। उन्होंने 3 बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी और वह मुकाबला 7 विकेट से हार गए।