
भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण कैसे इतना बेहतरीन हो गया? उमेश यादव ने बताया कारण
क्या है खबर?
भारतीय टीम के के लिए तेज गेंदबाजी आक्रमण लंबे समय तक समस्या रही है, लेकिन वर्तमान समय में यही भारत की मजबूत कड़ी बन गई है।
क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया है और खास तौर से टेस्ट क्रिकेट में भारतीय तेज गेंदबाजों का बोलबाला रहा है।
2018 में आखिरी लिमिटेड ओवर मुकाबला खेलने वाले तेज गेंदबाज उमेश यादव ने भारतीय गेंदबाजों की इस सफलता के पीछे का राज बताया है।
बयान
कोच और कप्तान के भरोसे ने बनाया हमें बेस्ट गेंदबाजी आक्रमण- उमेश
2019 में ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज़ जीतने के बाद भारतीय कोच रवि शास्त्री ने अपने तेज गेंदबाजी आक्रमण को बेस्ट बताया था।
उमेश ने इस बारे में कहा, "हमारे कोच और कप्तान हमें प्रेरित करते हैं और उनके सपोर्ट के कारण ही हम विश्व के बेस्ट गेंदबाजी आक्रमण का टैग हासिल कर सके हैं। हम कोशिश करते हैं कि जब भी मैदान में जाएं इस टैग को सही साबित कर सकें।"
भरोसा
हर परिस्थिति में परफॉर्म कर सकते हैं- उमेश
उमेश ने बताया कि बुमराह, शमी और ईशांत के साथ वह किसी भी परिस्थिति में परफॉर्म कर सकते हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि चारों की गेंदबाज 140kmph से ज़्यादा की गति से गेंदबाजी करने और विकेट लेने में सक्षम हैं।
उमेश ने आगे कहा, "हमारे पास हर परिस्थिति में परफॉर्म करने की क्षमता है और यही हमें दूसरों से अलग बनाती है। हम सभी गेंदबाज एकदूसरे की हौसलाअफजाई करते हैं।"
लिमिटेड ओवर क्रिकेट
2015 विश्व कप के बाद से उमेश को लिमिटेड ओवर्स में मिले हैं कम मौके
ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में हुए 2015 विश्व कप में उमेश ने भारत के लिए आठ मैचों में सबसे ज़्यादा 18 विकेट चटकाए थे।
हालांकि, इसके बाद उन्हें बेहद कम मौके मिले हैं और वह केवल 27 वनडे मैच ही खेल सके हैं।
इन 27 मैचों में उमेश ने 39 विकेट अपने नाम किए हैं। उमेश ने अपना आखिरी वनडे मुकाबला अक्टूबर 2018 में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था।
प्रदर्शन
पिछले साल भारतीय तेज गेंदबाजों ने लिए थे 95 टेस्ट विकेट
पिछले साल भारत के लिए मोहम्मद शमी, यादव, ईशांत और बुमराह ने मिलकर कुल 95 विकेट चटकाए थे।
शमी ने आठ मैचों में सबसे ज़्यादा 33 और ईशांत ने छह मैचों में 25 विकेट लिए थे। उमेश ने चार मैचों में 23 तो वहीं बुमराह ने तीन मैचों में 14 विकेट लिए थे।
2019 में शमी ने 24 वनडे मैचों में विश्व में सबसे ज़्यादा 49 विकेट लिए थे। भुवनेश्वर कुमार ने 33 और बुमराह ने 26 विकेट लिए।