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लगातार 21 ओवर मेडन फेंकने वाले पूर्व भारतीय खिलाड़ी का हुआ निधन, दिग्गजों ने दी श्रद्धांजलि

लगातार 21 ओवर मेडन फेंकने वाले पूर्व भारतीय खिलाड़ी का हुआ निधन, दिग्गजों ने दी श्रद्धांजलि

Jan 18, 2020
12:35 pm

क्या है खबर?

इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच में लगातार 21 ओवर मेडन फेंकने वाले पूर्व भारतीय ऑलराउंडर खिलाड़ी बापू नाडकर्णी का शुक्रवार रात 86 साल की उम्र में निधन हो गया। भारत के लिए 1955 में डेब्यू करने वाले नाडकर्णी ने 13 साल तक इंटरनेशनल क्रिकेट खेला था। नाडकर्णी की गिनती अपने वक्त के दिग्गज ऑलराउंडर खिलाड़ियों में होती थी। टेस्ट क्रिकेट में लगातार सबसे ज्यादा मेडन ओवर फेंकने का रिकॉर्ड आज भी नाडकर्णी के ही नाम है।

जानकारी

इंग्लैंड के खिलाफ 1963 में नाडकर्णी ने बनाया था विश्व रिकॉर्ड

1963-64 में इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई टेस्ट में बापू नाडकर्णी ने लगातार 21 ओवर मेडन फेंककर इतिहास रचा था। इस मैच में नाडकर्णी ने 32 ओवर में 27 मेडन फेंककर पांच विकेट लिए थे। नाडकर्णी ने लगातार 131 गेंदे डॉट फेंकी थी।

किफायती गेंदबाज़ी

अपनी किफायती गेंदबाज़ी के लिए जाने जाते थे नाडकर्णी

घरेलू क्रिकेट से लेकर इंटरनेशनल क्रिकेट तक में नाडकर्णी की पहचान एक किफायती गेंदबाज़ के रूप में थी। नाडकर्णी अपने पूरे करियर में बल्लेबाज़ों के लिए पहेली साबित हुए। इंटरनेशनल क्रिकेट में नाडकर्णी ने सिर्फ 1.67 की इकॉनमी रेट से रन दिए हैं। 1960-61 में पाकिस्तान के खिलाफ नाडकर्णी ने 32 ओवर में 24 मेडन फेंके थे। वहीं, एक बार दिल्ली टेस्ट में नाडकर्णी ने पाकिस्तान के खिलाफ ही 34 ओवर में 24 ओवर मेडन फेंके थे।

करियर

शानदार रहा था बापू नाडकर्णी का इंटरनेशनल करियर

भारत के लिए 1955 में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करने वाले बापू नाडकर्णी ने अपने 13 साल के इंटरनेशनल करियर में कुल 41 टेस्ट खेले। टेस्ट क्रिकेट में नाडकर्णी के नाम 25.70 की औसत से 1,414 रन और 88 विकेट हैं। टेस्ट में नाडकर्णी ने चार बार जहां एक पारी में पांच विकेट लिए हैं, वहीं एक शतक भी लगाया है। नाडकर्णी ने मद्रास (अब चेन्नई) टेस्ट में 32 ओवर की गेंदबाज़ी में 27 ओवर मेडन फेंके थे।

महान ऑलराउंडर

प्रथम श्रेणी क्रिकेट के महान ऑलराउंडर थे बापू नाडकर्णी

प्रथम श्रेणी क्रिकेट के 191 मैचों में बापू नाडकर्णी के नाम 40.36 की औसत से 8,880 रन और 500 विकेट हैं। इस दौरान नाडकर्णी ने सिर्फ 1.64 की इकॉनमी से रन दिए थे। इस फॉर्मेट में नाडकर्णी ने जहां 19 बार एक पारी में पांच विकेट लिए, वहीं 14 शतक और 46 अर्धशतक भी जड़े। नाडकर्णी ने 1951 से 1968 तक भारत के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेला।

प्रतिक्रियाएं

श्री बापू नाडकर्णी के निधन की खबर सुनकर बहुत दुख हुआ- सचिन

नाडकर्णी के निधन पर सचिन तेंदुलकर ने कहा, "श्री बापू नाडकर्णी के निधन की खबर सुनकर बहुत दुख हुआ। मैं उनके लगातार 21 ओवर मेडन फेंकने के रिकॉर्ड को सुनकर बड़ा हुआ। मेरी संवदेनाएं उनके परिवार और प्रियजनों के साथ हैं।" वहीं, सुनील गावस्कर ने कहा, "वह बहुत ही प्रोत्साहित करने वाले थे। कई दौरों में सहायक प्रबंधक के रूप में साथ आए। वह दृढ़ क्रिकेटर थे, जिन्होंने उस समय खेला, जब ग्लब्स और थाई पैड अच्छे नहीं होते थे।"

ट्विटर पोस्ट

BCCI ने दी बापू नाडकर्णी को श्रद्धांजलि

ट्विटर पोस्ट

सचिन तेंदुलकर का ट्वीट