कॉन्ट्रैक्ट से बाहर हुए धोनी ने शुरु किया अभ्यास, हरभजन बोले- भारत के लिए नहीं खेलेंगे
बीते गुरुवार को BCCI की सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट से एमएस धोनी के बाहर होने के बाद से ही वह लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं। तमाम लोगों ने यह उम्मीद लगा ली है कि अब धोनी का इंटरनेशनल करियर खत्म हो गया है। हालांकि, धोनी इन सब खबरों से अलग अपने ही धुन में चल रहे हैं और उन्होंने झारखंड रणजी टीम के साथ ट्रेनिंग शुरु कर दी है। धोनी ने अपने लिए एक नई गेंदबाजी मशीन भी खरीदी है।
धोनी ने प्रैक्टिस पर पहुंचकर सबको चौंकाया- सूत्र
धोनी ने बिना किसी को बताए अचानक ही झारखंड टीम के ट्रेनिंग सेशन में पहुंचने का निर्णय लिया। टीम के करीबी सूत्र के अनुसार, "हमें भी नहीं पता था कि वह यहां आकर हमारे साथ ट्रेनिंग करने वाले हैं। हमारे लिए सुखद सरप्राइज था। उन्होंने थोड़ी देर बल्लेबाजी की और फिर अन्य ट्रेनिंग रूटीन किए।" ऐसी उम्मीद की जा रही है कि अब धोनी लगातार टीम के साथ ट्रेनिंग करेंगे।
धोनी ने ली है अपने लिए नई गेंदबाजी मशीन
धोनी ने अपनी ट्रेनिंग के लिए एक नई गेंदबाजी मशीन खरीदी है। झारखंड की टीम लाल गेंद से प्रैक्टिस करेगी, लेकिन धोनी सफेद गेंद के साथ प्रैक्टिस करेंगे। हालांकि, यह अभी साफ नहीं है कि वह रणजी में खेलेंगे या नहीं।
IPL के बाद साफ हो सकता है धोनी का भविष्य
धोनी विश्व कप 2019 के सेमीफाइनल में आखिरी इंटरनेशनल मैच में नजर आए थे और उसके बाद से उन्होंने कोई मैच नहीं खेला है। इस दौरान उनके भविष्य को लेकर तमाम तरह की बातें चल रही हैं, लेकिन उन्होंने खुद अपने भविष्य को लेकर कुछ भी खुलासा नहीं किया है। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि IPL 2020 के बाद धोनी का भविष्य साफ हो सकता है।
भारत के लिए दोबारा नहीं खेल पाएंगे धोनी- हरभजन
वहीं भारत के महान ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह का मानना है कि धोनी अब भारत के लिए नहीं खेल पाएंगे और उनका कहना है कि धोनी केवल IPL की तैयारी कर रहे हैं। हरभजन ने कहा, "मुझे उम्मीद है कि धोनी IPL में CSK के लिए शानदार प्रदर्शन करेंगे, लेकिन इसके बावजूद वह भारत के लिए नहीं खेल सकेंगे। अगर ऋषभ ने भी IPL में अच्छा प्रदर्शन किया तो फिर आप क्या करेंगे।"
सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर होने को नहीं बनाया जाना चाहिए हौवा
धोनी को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर किया जाना और उनके इंटरनेशनल करियर के भविष्य को एकसाथ जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। छह महीने से ज़्यादा के समय से इंटरनेशनल मुकाबला नहीं खेले खिलाड़ी को शायद ही कोई बोर्ड सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में शामिल करेगा। इसमें सबसे बड़ा पेंच यह भी है कि उनकी वापसी को लेकर कुछ भी साफ नहीं है तो फिर उन्हें किस प्रकार कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट में शामिल किया जाए।