रणजी ट्रॉफी 2022-23: सौराष्ट्र ने जीता खिताब, फाइनल में बंगाल को हराया
रणजी ट्रॉफी 2022-23 के फाइनल मुकाबले में सौराष्ट्र क्रिकेट टीम ने बंगाल क्रिकेट टीम को 9 विकेट से हराकर खिताब अपने नाम कर लिया है। मैच के चौथे दिन के पहले सत्र के दौरान बंगाल की टीम अपनी दूसरी पारी में 241 रन बनाकर आउट हो गई। सौराष्ट्र के सामने जीत के लिए महज 12 रन का लक्ष्य था, जिसे उन्होंने आसानी से हासिल कर लिया। फाइनल मैच पर एक नजर डालते हैं।
ऐसा रहा फाइनल मुकाबला
टॉस हारकर पहले खेलते हुए बंगाल ने शाहबाज अहमद (69) और अभिषेक पोरेल (50) के अर्धशतकों के बावजूद सभी विकेट खोकर 174 रन बनाए। जवाब में सौराष्ट्र ने 404 रन बनाकर 230 रनों की बढ़त हासिल की। सौराष्ट्र से हार्विक देसाई (50), शेल्डन जैक्सन (59), अर्पित वासवडा (81) और चिराग जानी (61) ने अर्धशतक लगाए। दूसरी पारी में में भी बंगाल सस्ते में सिमट गई, जिसमें कप्तान मनोज तिवारी ने सर्वाधिक 68 रन बनाए।
उनादकट ने हासिल की ये उपलब्धि
जयदेव उनादकट ने फाइनल में बेहतरीन गेंदबाजी और 9 विकेट चटकाए। उन्होंने दूसरी पारी में 6 विकेट लेकर विपक्षी टीम को समेटने में अहम भूमिका निभाई। इस दौरान उन्होंने रणजी ट्रॉफी में अपने 300 विकेट पूरे किए और इस टूर्नामेंट में यह आंकड़ा छूने वाले बाएं हाथ के पहले तेज गेंदबाज बने हैं। उनादकट के बाद रणजी में सर्वाधिक विकेट लेने वाले बाएं हाथ के तेज गेंदबाज समाद फलाह हैं जिन्होंने 272 विकेट हासिल किए हैं।
वासवडा ने सौराष्ट्र के लिए बनाए सर्वाधिक रन
अर्पित वासवडा ने पहली पारी में 11 चौकों की मदद से 81 रन बनाए। यह उनके इस सीजन का तीसरा अर्धशतक था। उन्होंने इस सीजन में 10 मैचों में 75.58 की औसत से 907 रन हुए। वह अपनी टीम से सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। उनसे ज्यादा रन सिर्फ कर्नाटक के कप्तान मयंक अग्रवाल (990) ने बनाए। उन्होंने अपने फर्स्ट क्लास करियर में अब तक 4,500 से ज्यादा रन बना लिए हैं।
जलज सक्सेना ने लिए सर्वाधिक विकेट
इस सीजन में केरल के जलज सक्सेना सबसे सफल गेंदबाज रहे, जिन्होंने सात मैचों में 19.26 की औसत से 50 विकेट लिए। मुंबई के शम्स मुलानी इस सूची में दूसरे स्थान पर रहे, जिन्होंने 46 विकेट लिए। मणिपुर के किशन सिंहा ने 44 विकेट अपने नाम दर्ज किए। सौराष्ट्र के धर्मेंद्र जडेजा ने 43 विकेट विकेट लिए और अपनी टीम से टीम से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे।
शानदार रहा सौराष्ट्र का सफर
सौराष्ट्र ने तीन जीत और दो ड्रॉ के साथ 26 अंक जुटाए और एलीट ग्रुप-B में दूसरे स्थान पर रहे थे। क्वार्टर फाइनल मुकाबले में सौराष्ट्र ने पंजाब को 71 रन से हराया था। ग्रुप मुकाबलों में सौराष्ट्र ने मुंबई, दिल्ली और हैदराबाद के खिलाफ अपने मैच जीते, जबकि आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के विरुद्ध उन्हें हार झेलनी पड़ी। इनके अलावा असम और महाराष्ट्र के खिलाफ उन्होंने ड्रॉ खेला। सेमीफाइनल में सौराष्ट्र ने कर्नाटक को 4 विकेट से हराया था।
सौराष्ट्र ने जीता अपना दूसरा खिताब
यह सौराष्ट्र का दूसरा खिताब है। सौराष्ट्र ने 1950-51 के संस्करण में रणजी ट्रॉफी में प्रतिस्पर्धा शुरू की थी और 2012-13, 2015-16, 2018-19 में उपविजेता रहे थे। उन्होंने उनादकट की कप्तानी में ही 2019-20 में अपना पहला खिताब जीता था।