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स्टार भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने जीता सिंगापुर ओपन का खिताब
सिंधु ने जीता सिंगापुर ओपन का खिताब (तस्वीर: ट्विटर/@VootSelect)

स्टार भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने जीता सिंगापुर ओपन का खिताब

लेखन Neeraj Pandey
Jul 17, 2022
05:18 pm

क्या है खबर?

भारत की स्टार महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने चीन की वैंग झी यी को हराते हुए सिंगापुर ओपन का खिताब अपने नाम कर लिया है। सिंधु ने तीन सेट तक चले मैच को 21-9, 11-21, 21-15 से अपने नाम किया है। सिंधु ने सेमीफाइनल में जापान की स्टार साएना कावाकामी को 32 मिनट में सीधे सेटों में 21-15 21-7 से हरा दिया था। आइए जानते हैं कैसा रहा फाइनल मुकाबला।

2022

2022 में कैसा रहा है सिंधु का प्रदर्शन?

सिंधु ने इस साल 37 मैच जीते हैं और 11 गंवाए हैं। यह उनका इस साल का 14वां टूर्नामेंट था। सिंधु ने इस साल तीन टूर्नामेंट जीते हैं। उन्होंने स्विस ओपन, सैयद मोदी इंडिया इंटरनेशनल और अब सिंगापुर ओपन जीता है। सिंगापुर ओपन से पहले वह मलेशिया मास्टर्स के क्वार्टर फाइनल में हारी थीं। इससे पहले उन्हें मलेशिया ओपन के क्वार्टर फाइनल में भी हार मिली थी।

उपलब्धि

सिंधु ने जीता चौथा BWF वर्ल्ड टूर टाइटल

सिंगापुर ओपन जीतने के साथ ही सिंधु ने चौथाBWF वर्ल्ड टूर टाइटल अपने नाम कर लिया है। उन्होंने 2018 मेंBWF वर्ल्ड टूर फाइनल जीता था और फिर उन्होंने 2022 में तीन टाइटल जीते हैं। वह BWF वर्ल्ड टूर इवेंट्स में पांच बार की उपविजेता भी रह चुकी हैं। उन्होंने पहली बार सिंगापुर ओपन का खिताब जीता है। वह साइना नेहवाल के बाद ऐसा करने वाली दूसरी भारतीय महिला बनी हैं।

ओलंपिक

लगातार दो ओलंपिक पदक जीतने वाली इकलौती भारतीय हैं सिंधु

सिंधु ने रियो ओलंपिक 2016 के फाइनल में पहुंचकर इतिहास रच दिया था। वह ओलंपिक इतिहास में फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी थी। हालांकि, वह खिताबी मुकाबले में स्पेन की कैरोलिना मारिन से हारकर रजत पदक ही पा सकी। इसके बाद टोक्यो ओलंपिक में सिंधु ने कांस्य पदक हासिल किया। वह दो ओलंपिक पदक हासिल करने वाली इकलौती भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। बता दें उनके अलावा सिर्फ साइना नेहवाल ही ओलंपिक पदक (कांस्य) वाली भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी हैं।

जानकारी

न्यूजबाइट्स प्लस

सिंधु ने 2018 में एशियाई खेलों में सिल्वर मेडल जीता था। वह एशियाई खेलों में एकल स्पर्धा के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय बनीं थी। फाइनल में उन्हें चीनी ताइपे की ताई जु यिंग से 13-21 16-21 से हार का सामना करना पड़ा था।