वनडे विश्वकप 2023: दक्षिण अफ्रीका के प्रमुख खिलाड़ियों का टूर्नामेंट में कैसा रहा प्रदर्शन? जानिए आंकड़े
वनडे विश्व कप 2023 में दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम का सफर गुरुवार रात सेमीफाइनल में बाहर होने के साथ समप्त हो गया। ईडन गार्डन्स के मैदान पर खेले गए दूसरे सेमीफाइनल मुकाबले में प्रोटियाज को ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के हाथों 3 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। इस हार के साथ ही टीम के माथे पर लगा चोकर्स का ठप्पा जस का तस कायम रहा। हालांकि, इस बीच टूर्नामेंट में कुछ खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से प्रभावित भी किया।
क्विंटन डिकॉक
विकेटकीपर बल्लेबाज क्विंटन डिकॉक इस विश्व कप में प्रोटियाज टीम की ओर से सबसे बड़े आकर्षण रहे। अपने अंतिम वनडे टूर्नामेंट में उन्होंने गहरी छाप छोड़ते हुए बल्ले से जोरदार रंग जमाया। उन्होंने 10 मैचों में 59.40 की औसत और 107.02 की स्ट्राइक रेट से 594 रन बनाए। इस दौरान 174 के उच्चतम स्कोर के साथ उनके बल्ले से 4 शतक भी निकले। टूर्नामेंट में उन्होंने 21 छक्के भी जमाए।
रासी वान डेर डुसेन
मध्यक्रम के बल्लेबाज रासी वान डेर डुसेन ने भी इस मेगा टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करते हुए अपनी उपयोगिता साबित की। उन्होंने अहम अवसरों पर टीम के लिए संकटमोचन की भूमिका का भी कुशलता से निर्वहन किया। उन्होंने 10 मैचों में 49.77 की औसत और 84.52 की स्ट्राइक रेट से 448 रन बनाए। इस दौरान 133 के उच्चतम स्कोर के साथ उन्होंने टूर्नामेंट में 2 शतक और 2 अर्धशतक भी जमाए।
एडेन मार्करम
दक्षिण अफ्रीका टीम के उपकप्तान एडेन मार्करम ऐसे तीसरे खिलाड़ी रहे जिन्होंने अपनी टीम की ओर से 400 रनों का आंकड़ा पार किया। उन्होंने 10 मैचों में 45.11 की औसत और 110.92 की स्ट्राइक रेट से 406 रन बनाए। 106 के उच्चतम स्कोर के साथ उन्होंने 1 शतक और 3 अर्धशतक जमाए। उन्होंने टूर्नामेंट में कई बार टीम को संकट से निकालने का काम बड़ी ही काबिलियत के साथ किया।
हेनरिक क्लासेन
हेनरिक क्लासेन उन बल्लेबाजों में से एक हैं जो किसी भी गेंदबाजी आक्रमण की धज्जियां उड़ाने का माद्दा रखते हैं। इस विश्व कप में ऐसा कई बार देखने को मिला जब मजबूत टीमों के प्रमुख गेंदबाजों की उन्होंने काफी निर्ममता के साथ पिटाई की। उन्होंने 10 मैचों में 41.44 की औसत और 113.21 की शानदार स्ट्राइक रेट के साथ 373 रन बनाए। इस दौरान 109 के उच्चतम स्कोर के साथ उन्होंने 1 शतक और 1 अर्धशतक जमाया।
तेम्बा बावुमा
कप्तान तेम्बा बावुमा ने इस विश्व कप में अपने बल्ले और कप्तानी दोनों से ही काफी निराश किया। वह टूर्नामेंट के 7 मैचों में 20.71 की बेहद साधारण औसत और 75.12 की स्ट्राइक रेट से केवल 145 रन बना पाए। इस दौरान वह एक अर्धशतक तक जमाने को तरस गए। उनका उच्चतम स्कोर 35 रन का रहा। यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि उनसे अधिक रन तो टीम के गेंदबाज मार्को येन्सन (157) ने ही बना दिए।
गेराल्ड कोएट्जी
युवा तेज गेंदबाज गेराल्ड कोएट्जी ने इस विश्व कप में अपने प्रदर्शन से गहरी छाप छोड़ी। उन्होंने अपनी रफ्तार और जोश से यह दर्शा दिया कि वह आगामी वर्षों में इस खेल पर राज करने वाले हैं। उन्होंने 8 मैचों में 19.80 की औसत और 6.23 की इकॉनमी रेट से कुल 20 विकेट अपने नाम किए। इस बीच उनका सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन 44 रन देकर 4 विकेट लेना रहा। गेंदबाजी सूची में चौथे सर्वाधिक विकेट उन्हीं के हैं।
कगिसो रबाडा
अनुभवी तेज गेंदबाज कगिसो रबाडा से जिस प्रकार के प्रदर्शन की उम्मीद थी वह उसमें पूरी तरह से नाकाम नजर आए। वह 9 मैचों में 28.00 की औसत और 4.99 की इकॉनमी रेट से केवल 13 विकेट ही ले पाए। इस दौरान उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 33 रन देकर 3 विकेट लेना रहा। गेंदबाजी में विफलता के चलते ही दक्षिण अफ्रीका को अहम मौकों पर मुंह की खानी पड़ी और यही बड़ा नुकसान भी साबित हुआ।