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पेरिस ओलंपिक 2024: सात्विक-चिराग की जोड़ी क्वार्टर फाइनल में हारी, टूर्नामेंट से हुई बाहर 
भारतीय टीम ने अच्छा खेल दिखाया (तस्वीर: एक्स/@satwiksairaj)

पेरिस ओलंपिक 2024: सात्विक-चिराग की जोड़ी क्वार्टर फाइनल में हारी, टूर्नामेंट से हुई बाहर 

Aug 01, 2024
05:52 pm

क्या है खबर?

पेरिस ओलंपिक 2024 में सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी सेमीफाइनल में नहीं पहुंच पाई है। उन्हें मलेशिया की सोह वूई यिक और आरोन चिया की जोड़ी ने 2-1 से हरा दिया। पहले गेम को भारतीय टीम ने 21-13 से जीत मिली थी। इसके बाद मलेशिया की जोड़ी ने 14-21 से दूसरा गेम अपने नाम किया। तीसरे गेम में भारतीय जोड़ी वापसी नहीं कर पाई और 16-21 से तीसरा गेम हारकर बाहर हो गई।

मुकाबला

ऐसा रहा मुकाबला 

भारतीय जोड़ी ने आक्रामक शुरुआत की, मलेशिया की जोड़ी ने भी उन्हें करारा जवाब दिया। पहले गेम के मध्यांतर तक भारतीय टीम ने 11-10 से आगे थी। मध्यांतर के बाद भारतीय जोड़ी ने जोरदार वापसी की और पहला गेम 21-13 से अपने नाम कर लिया। दूसरा गेम में मलेशिया की जोड़ी ने कमाल की वापसी की और मध्यांतर तक 11-10 से आगे रहने के बाद गेम 14-21 से अपने नाम किया। तीसरे गेम में वह 16-21 से जीत गए।

पहला

पहले मैच में फ्रांस की जोड़ी को दी थी मात 

पेरिस ओलंपिक में सात्विक-चिराग की जोड़ी ने अपने पहले मैच में फ्रांस के रोनन लेबर और लुकास कोरवी की जोड़ी को सीधे गेमों में 21-17, 21-14 से हराया था। भारतीय जोड़ी ने पहला गेम 23 मिनट और दूसरा 22 मिनट में जीता था। इसके बाद जर्मनी की जोड़ी के खिलाफ सात्विक-चिराग का दूसरा मैच होना था, लेकिन मार्क लैमफुस चोट के कारण कोर्ट पर नहीं उतर सके थे।

दूसरा

ऐसे पहुंची भारतीय जोड़ी क्वार्टर फाइनल में 

भारतीय जोड़ी ने दूसरे मैच में इंडोनेशिया की अल्फियान फजर और मुहम्मद रियान अर्दियांतो की जोड़ी को 21-13, 21-13 हराया था और क्वार्टर फाइनल में पहुंचे थे। यह मैच 40 मिनट में भारतीय जोड़ी ने जीता था। भारतीय जोड़ी ने आक्रामक शुरुआत करते हुए बढ़त 5-3 बनाई थी। हालांकि, इंडोनेशियाई जोड़ी ने जल्द वापसी करते हुए स्कोर 6-6 से बराबरी पर ला दिया था। इसके बाद भारतीय जोड़ी ने धमाकेदार वापसी की और उन्हें कोई मौका नहीं दिया।

इतिहास 

एशियाई खेलों में स्वर्ण जीतने वाली पहली भारतीय जोड़ी 

इन दोनों खिलाड़ियों की जोड़ी ने एशियाई खेल 2023 की पुरूष युगल बैडमिंटन स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया था। एशियाई खेलों में ऐसा पहली बार हुआ था, जब किसी भारतीय जोड़ी ने स्वर्ण पदक अपने नाम किया था। भारतीय जोड़ी ने साउथ कोरिया के चोई सोल्गू और किम वॉन्हो को 21-18, 21-16 सीधे सेट में हराकर ये कारनामा अपने नाम किया था। सेमीफाइनल में उन्होंने मलेशिया के चिया और यिक को ही हराया था।