चेन्नई में टाई पर समाप्त हुआ है भारतीय टीम का एक टेस्ट, जानिए कैसा था मुकाबला
टेस्ट क्रिकेट के स्वर्णिम इतिहास में अब तक सिर्फ 2 मैच ही टाई पर समाप्त हुए हैं। ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम और वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के बीच 1960 में पहली बार टेस्ट टाई रहा था। इसके बाद 1986 में भारतीय क्रिकेट टीम और ऑस्ट्रेलिया के बीच हुआ मुकाबला टाई रहा था। चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में हुआ यह ऐतिहासिक मैच आज के ही दिन यानी 18 सितंबर से शुरू हुआ था। इस यादगार मैच के बारे में जानते हैं।
ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में बनाया था बड़ा स्कोर
टॉस जीतकर बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी 574/7 के स्कोर पर घोषित की थी थी। मेहमान टीम से डीन जोंस ने दोहरा शतक (210) लगाया, जबकि डेविड बून (122) और कप्तान एलन बॉर्डर (106) ने शतक लगाए थे। इनके अलावा ग्रेग मैथ्यूज ने 44 रन का योगदान दिया था। भारत की ओर से शिवलाल यादव ने सर्वाधिक 4 विकेट चटकाए थे। उनके अलावा रवि शास्त्री और चेतन शर्मा ने 1-1 सफलताएं हासिल की थी।
कपिल देव के शतक के बावजूद पिछड़ गई थी भारतीय टीम
ऑस्ट्रेलिया के बड़े स्कोर के जवाब में भारत से क्रिस श्रीकांत (53), मोहम्मद अजहरुद्दीन (50) और शास्त्री (62) ने अर्धशतक लगाकर पारी को मजबूती दी। मध्यक्रम में कप्तान कपिल देव ने 138 गेंदों पर 118 रन की पारी खेली थी। इन पारियों के बावजूद भारतीय टीम 397 रन ही बना सकी थी। ऑस्ट्रेलिया की ओर से ग्रेग मैथ्यूज ने 5 विकेट लिए थे। उनके अलावा रे ब्राइट ने 2 विकेट चटकाए थे।
ऑस्ट्रेलिया ने भारत को दिया था 348 रन का लक्ष्य
पहली पारी के आधार पर बढ़त बनाने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम ने अपनी दूसरी पारी 170/5 के स्कोर पर घोषित की थी। ऑस्ट्रेलिया से डेविड बून ने सबसे ज्यादा 49 रन बनाए थे। उनके अलावा ग्रेग रिची ने 28 रन का योगदान दिया था। भारत से मनिंदर सिंह ने 3 विकेट लिए थे। उनके अलावा शास्त्री ने 2 सफलताएं हासिल की थी। ऑस्ट्रेलिया ने भारत के सामने जीत के लिए 348 रन का लक्ष्य रखा।
आखिरकार टाई पर समाप्त हुआ रोचक मुकाबला
असंभव से नजर आ रहे लक्ष्य का पीछा करते हुए सुनील गावस्कर ने 90 रन की पारी खेलकर अच्छी शुरुआत दिलाई थी। मोहिंदर अमरनाथ (51), अजहरुद्दीन (42) और चंद्रकांत पंडित (39) ने उपयोगी योगदान दिया। इसके बाद शास्त्री ने 40 गेंदों पर नाबाद 48 रन बनाकर संघर्ष जारी रखा था। हालांकि, वह टीम को जीत नहीं दिला सके थे। भारतीय टीम 347 रन पर ऑलआउट हो गई। ऑस्ट्रेलिया से ब्राइट और मैथ्यूज ने 5-5 विकेट लिए थे।
आखिरी ओवर में 4 रन नहीं बना सका था भारत
दिन के आखिरी ओवर से पहले भारत ने 9 विकेट खोकर 344 रन बना लिए थे। जीत के लिए भारत को आखिरी 6 गेंदों पर 4 रन की जरूरत थी। तब शास्त्री 45 रन बनाकर बल्लेबाजी कर रहे थे और उनके साथ मनिंदर सिंह क्रीज पर थे। शास्त्री ने दूसरी गेंद पर 2 रन बनाए और तीसरी गेंद पर एक रन लेकर स्कोर बराबर कर दिया। मैथ्यूज ने पांचवीं गेंद पर मनिंदर का विकेट लेकर मैच टाई करा दिया था।