कौन हैं अजय रात्रा, जिन्हें BCCI ने पुरुष चयन समिति का नया सदस्य बनाया?
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज अजय रात्रा को पुरुष चयन समिति का नया सदस्य बनाया है। वह सलिल अंकोला की जगह लेने वाले हैं। रात्रा अजीत अगरकर की टीम का हिस्सा होंगे। 42 साल के रात्रा असम, पंजाब और उत्तर प्रदेश के मुख्य कोच भी रच चुके हैं। बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए जो टीम चुनी जाएगी, उस चयन प्रक्रिया का हिस्सा रात्रा होंगे। आइए उनके बारे में जानते हैं।
चयन समिति का सदस्य बनने के बाद रात्रा ने क्या कहा?
रात्रा ने पद मिलने के बाद कहा, "यह मेरे लिए बहुत बड़ा सम्मान और चुनौती वाला काम है। मैं भारतीय क्रिकेट में हर तरह से योगदान देने के लिए उत्सुक हूं।" बता दें कि रात्रा साल 2023 में दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम के खिलाफ वनडे सीरीज में भारतीय टीम के कोचिंग स्टाफ के तौर पर भी नजर आए थे। रात्रा के अलावा समिति में 4 और सदस्य भी हैं। रात्रा उत्तर क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करेंगे।
इस कारण अंकोला की जगह आए रात्रा
BCCI ने पिछले साल जनवरी में चेतन शर्मा को अध्यक्ष बनाते हुए 5 सदस्यीय समिति नियुक्त की थी, लेकिन एक टेलीविजन चैनल द्वारा किए गए स्टिंग ऑपरेशन के कारण शर्मा को पद से इस्तीफा देना पड़ा था। इसके बाद पूर्व तेज गेंदबाज अगरकर ने पिछले साल के अंत में अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभाला था। समिति में अगरकर और अंकोला उत्तर क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे थे और इसी कारण अंकोला को अपना पद गंवाना पड़ा।
कैसा रह है रात्रा का अंतरराष्ट्रीय करियर?
रात्रा ने अपना पहला टेस्ट मैच साल 2002 में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था। उन्होंने 6 टेस्ट की 10 पारियों में 18.11 की औसत से 163 रन बनाए थे। उनके बल्ले से 1 शतक निकला था और उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 115* रन रहा था। वनडे क्रिकेट में इस खिलाड़ी ने अपना पहला मुकाबला इंग्लैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ साल 2002 में खेला था। उन्होंने 12 मैच की 8 पारियों में 12.85 की औसत से 90 रन बनाए थे।
रात्रा के नाम है ये बड़ा रिकॉर्ड
रात्रा को 2002 में हुए एंटीगुआ टेस्ट मैच के लिए याद किया जाता है। उन्होंने उस मैच में वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के खिलाफ 115* रन की पारी खेली थी। वे टेस्ट शतक जड़ने वाले सबसे कम उम्र के विकेटकीपर बल्लेबाज बने थे। उन्होंने सिर्फ 20 साल और 148 दिन की उम्र में शतक जड़ा था। आज तक यह रिकॉर्ड कोई नहीं तोड़ पाया है। वह मोहम्मद कैफ की कप्तानी में अंडर-19 विश्व कप जीतने वाली टीम का भी हिस्सा थे।