आज ही के दिन भारत ने पाकिस्तान को हराकर जीता था पहला एशिया कप खिताब
भारतीय क्रिकेट टीम की पाकिस्तान क्रिकेट टीम के साथ काफी पुरानी राइवलरी है और किसी टूर्नामेंट के फाइनल में इन दोनों टीमों को देखना काफी रोमांचक होता है। आज का दिन भारतीय टीम के लिए काफी खास है क्योंकि 13 अप्रैल, 1984 में भारत ने पहली बार खेले गए एशिया कप के खिताब को अपने नाम किया था। आपको बता दें कि भारत ने पाकिस्तान को हराकर खिताब जीता था।
1984 में पहली बार हुआ था एशिया कप
क्रिकेट को लगातार मिल रही लोकप्रियता को देखते हुए एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) ने 1984 में UAE के शारजाह में पहली बार एशिया कप का आयोजन कराया था। इस टूर्नामेंट में भारत, श्रीलंका और पाकिस्तान ने हिस्सा लिया था और टूर्नामेंट में कुल तीन मुकाबले ही खेले गए थे। प्रत्येक टीमों को 2-2 मैच खेलने थे और टॉप पर रहने वाली टीम को खिताब दिया जाना था। भारत ने पाकिस्तान के अलावा श्रीलंका को भी हराया था।
दूसरे नंबर पर रही थी श्रीलंका की टीम
1984 एशिया कप में सुनील गावस्कर की कप्तानी में जहां भारतीय टीम दोनों मैच जीतकर पहले स्थान पर रही थी, वहीं श्रीलंकाई टीम दो में से एक मैच जीतकर दूसरे नंबर पर रही थी। टूर्नामेंट में पाकिस्तान टीम अपने दोनों मैच हार गई थी।
पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले में भारत ने बनाया अच्छा स्कोर
श्रीलंका को 10 विकेट से हारने के बाद अगले मैच में पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम को सुरिंदर खन्ना और गुलाम पार्कर ने पहले विकेट के लिए 54 रन जोड़कर अच्छी शुरुआत दिलाई। खन्ना ने 72 गेंदों में 56 रन बनाए और अंत में संदीप पाटिल (43) और सुनील गावस्कर (36) ने भारत को 46 ओवरों में 188 के स्कोर तक पहुंचाया। तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे दिलीप वेंगसरकर 44 गेंदों में मात्र 14 रन बना सके थे।
बुरी तरह विफल हुई पाकिस्तान की टीम
स्कोर का पीछा करने उतरी पाकिस्तान के लिए ओपनर मोहसिन खान ने सबसे ज़्यादा 35 रन बनाए और उनकी टीम 39.4 ओवरों में 134 के स्कोर पर सिमट गई। भारत के लिए रवि शास्त्री और रोजर बिन्नी ने सबसे ज़्यादा 3-3 विकेट लिए। पाकिस्तान के चार बल्लेबाज रनआउट हुए थे। भारत के सुरिंदर खन्ना को टूर्नामेंट में दो अर्धशतक लगाने के लिए 'मैन ऑफ द सीरीज़' चुना गया था।
एशिया कप में सबसे ज़्यादा सफल रहा है भारत
अब तक एशिया कप के 14 संस्करण हो चुके हैं और भारत ने इसे सबसे ज़्यादा सात बार जीता है। श्रीलंका ने इसे पांच और पाकिस्तान ने दो बार अपने नाम किया था। 2016 में इसे टी-20 फॉर्मेट में खेला गया था। पूर्व श्रीलंकाई बल्लेबाज सनथ जयसूर्या ने 25 मैचों में सबसे ज़्यादा 1,220 रन बनाए हैं और वह इस टूर्नामेंट में सबसे ज़्यादा छह शतक लगाने वाले बल्लेबाज भी हैं।