मुरली विजय BCCI पर भड़के, बोले- 30 साल के खिलाड़ी को 80 का समझा जाता है
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने शुक्रवार देर रात ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज के शुरुआती दो मैचों के लिए टीम घोषित कर दी है। इस सीरीज में भारतीय सलामी बल्लेबाज मुरली विजय को मौका नहीं दिया गया है। उन्होंने बोर्ड और चयनकर्ताओं पर अपनी भड़ास निकाली है। 38 साल के हो चुके विजय ने उम्र को लेकर BCCI पर निशाना साधा है। आइए इस पूरी खबर पर एक नजर डालते हैं।
मुरली विजय ने क्या कहा?
पूर्व क्रिकेट डब्ल्यूवी रमन के एक शो पर विजय ने कहा, "BCCI के साथ मेरा नाता लगभग खत्म हो गया है। मैं अब विदेशों में मौके तलाशना चाहता हूं। यहां धारणा है कि 30 साल का होते ही खिलाड़ियों को अनदेखा किया जाता है। हमें 80 साल का बुजुर्ग समझ लिया जाता है। मुझे लगता है कि इस उम्र के बाद भी शीर्ष पर पहुंचा जा सकता है। मैं जैसे पहले बल्लेबाजी करता था आज भी वैसे कर सकता हूं।"
मुझे सहवाग जितना मौका नहीं मिला
उन्होंने आगे कहा, "अगर मुझे वीरेंद्र सहवाग जितना मौका मिलता तो शायद आज चीजें अलग होतीं। मैं इसे बदकिस्मती कहूं या खुशकिस्मती पर यहां मौके कम हैं। ऐसे में मैंने सोच लिया है कि मुझे बाहर मौके तलाशने होंगे। मैं संन्यास की नहीं सोच रहा और अभी भी क्रिकेट खेलना चाहता हूं। मैं किसी भी तरह के कंट्रोवर्सी में नहीं पड़ना चाहता। मीडिया को भी इसे अलग तरीके से देखना चाहिए।"
विजय ने गोल्फ चैंपियनशिप में लिया था भाग
विजय ने टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू 2008 में किया था और उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट मुकाबला ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2018 में खेला था। भारतीय टीम से बाहर होने के बाद वे इंग्लैंड में काउंटी क्रिकेट खेल रहे थे। इसके साथ ही वह तमिलनाडु प्रीमियर लीग में भी खेलते रहे हैं। 2019 में आखिरी रणजी मुकाबला खेलने वाले विजय हाल ही में चेन्नई ओपन गोल्फ चैंपियनशिप में दिखे थे। उन्होंने अपना आखिरी वनडे और टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच 2015 में खेला था।
ऐसी रही करियर की मुख्य सीरीज
2014 के इंग्लैंड दौरे पर वह सबसे ज्यादा (402) रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज थे (एक शतक और दो अर्धशतक)। वहीं 2014-15 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर उन्होंने स्टीव स्मिथ (769) और विराट कोहली (692) के बाद सीरीज में तीसरे सबसे ज्यादा (482) रन बनाये थे।
ऐसे रहे हैं विजय के आंकड़े
विजय भारत के लिए 61 टेस्ट, 17 वनडे और नौ टी-20 मैच खेले चुके हैं। टेस्ट में उन्होंने 38.28 की औसत से 3,982 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 12 शतक और 15 अर्धशतक लगाए हैं। वनडे में उन्होंने 21.18 की औसत से 339 रन बनाए हैं। टी-20 में उनका औसत 18.77 का रहा है और उनके बल्ले से 169 रन निकले हैं। वनडे और टी-20 क्रिकेट में उन्होंने एक भी शतक नहीं लगाया है।