ईरानी कप: शेष भारत और सौराष्ट्र के लिए मिला-जुला रहा पहला दिन, साई सुदर्शन का अर्धशतक
घरेलू क्रिकेट के प्रतिष्ठित टूर्नामेंट ईरानी कप 2023 की शुरुआत रविवार से हुई। पहले ही दिन सौराष्ट्र और शेष भारत के बीच रोचक मुकाबला देखने को मिला। पहले दिन का खेल समाप्त होने तक शेष भारत ने पहली पारी में 8 विकेट खोकर 298 रन बना लिए थे। सलामी बल्लेबाज साई सुदर्शन ने सर्वाधिक 72 रन बनाए। सौराष्ट्र की ओर से पार्थ भट ने 4 विकेट लिए। आइए पहले दिन के खेल पर एक नजर डालते हैं।
ऐसी रही शेष भारत की बल्लेबाजी
शेष भारत की शुरुआत काफी अच्छी रही। पहले विकेट के लिए सुदर्शन और मयंक अग्रवाल (32) के बीच 112 गेंदों में 69 रन की साझेदारी हुई। इसके बाद दूसरे विकेट के लिए सुदर्शन और हनुमा विहारी (33) के बीच 145 गेंद में 69 की अहम साझेदारी हुई। हालांकि, बढ़िया शुरुआत के बाद टीम लड़खड़ाती हुई नजर आई। 138 पर दूसरा विकेट गिरने के बाद टीम ने 286 रन तक आते-आते 8 विकेट गंवा दिए थे।
सुदर्शन ने जमाया फर्स्ट क्लास करियर का तीसरा अर्धशतक
युवा बल्लेबाज सुदर्शन ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए टीम के लिए बेहद उपयोगी पारी खेली। बाएं हाथ के बल्लेबाज सुदर्शन के फर्स्ट क्लास क्रिकेट करियर का तीसरा अर्धशतक रहा। अगर उनकी पारी को हटा दिया जाए तो शेष भारत मुश्किल में खड़ी नजर आती। उन्होंने अपनी पारी में 43.90 की स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करते हुए 164 गेंदों में 72 रन बनाए। इस पारी में उन्होंने 7 दर्शनीय चौके भी जमाए।
पार्थ ने की शानदार गेंदबाजी
सौराष्ट्र के गेंदबाज पार्थ ने इस मुकाबले में शानदार गेंदबाजी करते हुए शेष भारत की पारी को बड़े स्कोर की ओर जाने से रोक दिया। उन्होंने पहले दिन 27 ओवर के मैराथन स्पैल में फेंकते हुए 85 रन देकर 4 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया। इस दौरान उनकी इकॉनमी रेट 3.10 की रही। इस दौरान पार्थ ने सुदर्शन, विहारी और यशु ढुल जैसे बड़े बल्लेबाजों के विकेट लेकर कमाल किया।
शेष भारत ने जीते सबसे अधिक 30 खिताब
अब तक ईरानी कप के 58 संस्करण खेले जा चुके है। शेष भारत की टीम ने सबसे अधिक 30 बार खिताब जीतकर अपना परचम लहराया है। इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट की दूसरी सबसे सफल टीम मुंबई (पूर्व नाम बॉम्बे) रही है। शेष भारत ने 2006-07 से 2012-13 के बीच लगातार 7 बार इस टूर्नामेंट को जीता था। 1994-95 से लेकर 1998-99 तक शेष भारत को लगातार 5 बार हार का सामना करना पड़ा था।