टेस्ट क्रिकेट: दोनों पारियों में अपनी पहली गेंद पर आउट हो चुके हैं ये भारतीय बल्लेबाज
क्रिकेट के खेल में जब कोई बल्लेबाज बिना खाता खोले ही आउट हो जाता है, तो आमतौर पर उसे 'डक' पर आउट होना कहा जाता है। इसी तरह जब कोई बल्लेबाज टेस्ट क्रिकेट की अपनी दोनों ही पारियों में पहली ही गेंदों पर बिना रन बनाए आउट होता है, तो उसे 'किंग पेयर' कहते हैं। अब तक 3 भारतीय बल्लेबाज किंग पेयर हासिल कर चुके हैं। आइए उनके बारे में जानते हैं।
भगवत चंद्रशेखर (बनाम ऑस्ट्रेलिया, 1977-78)
भारत के भगवत चंद्रशेखर किंग पेयर हासिल करने वाले पहले भारतीय क्रिकेटर बने थे। साल 1977-78 में ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के खिलाफ ये अनचाहा रिकॉर्ड उनके नाम हुआ था। मेलबर्न में खेले गए उस मैच में भारत के आखिरी बल्लेबाज के रूप में मैदान पर उतरे चंद्रशेखर पहली ही गेंद पर बोल्ड हो गए थे। अपनी दूसरी पारी में वह पहली ही गेंद पर LBW हुए थे। हालांकि, भारत ने वो मैच 222 रन से जीता था।
अजीत अगरकर (बनाम ऑस्ट्रेलिया, 1999)
दिसंबर 1999 में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को टेस्ट मैच में 180 रन से हराया था। मेलबर्न में खेले गए उस मुकाबले में अजीत अगरकर अपनी दोनों पारियों में पहली ही गेंद पर बिना खाता खोले आउट हुए थे। उन्हें पहली पारी में डेब्यू कर रहे ब्रेट ली ने और दूसरी पारी में मार्क वॉ ने आउट किया था। दूसरी तरफ गेंदबाजी में उन्होंने दोनों पारियों में 3-3 विकेट हासिल किए थे।
वीरेंद्र सहवाग (बनाम इंग्लैंड, 2011)
टेस्ट क्रिकेट में 2 तिहरे शतक लगाने का कारनामा कर चुके वीरेंद्र सहवाग भी किंग पेयर हासिल कर चुके हैं। साल 2011 में इंग्लैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ बर्मिंघम टेस्ट की पहली पारी में स्टुअर्ट ब्रॉड की पहली गेंद पर सहवाग आउट हो गए थे। इसके बाद अपनी दूसरी पारी में वह जेम्स एंडरसन का शिकार बने थे। इंग्लैंड ने वो मुकाबला पारी और 242 रन के बड़े अंतर से जीता था।
किंग पेयर से जुड़े कुछ प्रमुख आंकड़े
क्रिकेट के इतिहास में पहली बार 1892 में किंग पेयर देखने को मिला था। सिडनी में खेले गए मुकाबले इंग्लैंड के विलियम एटवेल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दोनों पारियों में खाता भी नहीं खोल सके थे। अब तक टेस्ट क्रिकेट में कुल 24 किंग पेयर देखने को मिले हैं। आखिरी बार जनवरी 2024 में ऑस्ट्रेलिया के ट्रेविस हेड ने किंग पेयर हासिल किया था। वह वेस्टइंडीज के खिलाफ ब्रिस्बेन टेस्ट में अपना खाता नहीं खोल पाए थे।