आज ही के दिन टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक लगाने वाले पहले भारतीय बने थे सहवाग
क्या है खबर?
पूर्व भारतीय आक्रामक ओपनर वीरेन्द्र सहवाग के लिए 29 मार्च की तारीख काफी खास है क्योंकि उन्होंने इसी दिन कुछ शानदार उपलब्धियां हासिल की हैं। सहवाग ने आज ही के दिन टेस्ट क्रिकेट में अपना पहला तिहरा शतक लगाया था।
29 मार्च को ही वह टेस्ट में तिहरा शतक लगाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बने थे।
आइए जानते हैं कैसी रही थी सहवाग की वह पारी और किस प्रकार उन्होंने बल्लेबाजी की थी।
पहला दिन
मैच के पहले दिन ही सहवाग ने लगा दिया था दोहरा शतक
28 मार्च से 01 अप्रैल, 2004 के बीच पाकिस्तान के खिलाफ मुल्तान में खेले गए टेस्ट के पहले दिन ही सहवाग 228 रन बनाकर नाबाद रहे थे। उन्होंने 60 गेंदों में अपना अर्धशतक और 107 गेंदों में शतक पूरा किया था।
सहवाग ने 150 गेंदों में 150 और 222 गेंदों में 200 रन पूरे किए थे। दोहरे शतक तक पहुंचने के लिए सहवाग ने 26 चौके और पांच छक्के लगाए थे।
उपलब्धि
29 मार्च को सहवाग ने हासिल की खास उपलब्धि
मैच के दूसरे दिन सहवाग ने तिहरा शतक लगाने वाला पहला भारतीय बनने की खास उपलब्धि हासिल की थी। लंच के समय सहवाग 292 रन बनाकर नाबाद थे और दूसरे सेशन का इंतजार कर रहे थे।
लंच के बाद सहवाग ने 364 गेंदों में अपना पहला तिहरा शतक पूरा किया। इसके लिए उन्होंने 38 चौके और छह छक्के लगाए थे। सहवाग ने छक्के के साथ ही अपना तिहरा शतक भी पूरा किया था।
परिणाम
भारत ने पारी के अंतर से जीता था मैच
सहवाग (309) और सचिन तेंदुलकर (194*) की बदौलत भारत ने पहली पारी 675/5 के स्कोर पर घोषित की थी। पाकिस्तान ने भी पहली पारी में 407 रन बनाए थे जिसमें यासिर हमीद (91) ने सबसे अधिक योगदान दिया था।
फॉलो-ऑन खेलते हुए पाकिस्तान केवल 216 रन ही बना सका और भारत ने पारी तथा 52 रनों से मैच जीत लिया था। अनिल कुंबले ने दूसरी पारी में छह विकेट चटकाए थे।
भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच मार्च 2008 में हुआ था टेस्ट
26 से 30 मार्च, 2008 को भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच चेन्नई में टेस्ट मैच खेला गया था जिसमें पहले बल्लेबाजी करते हुए दक्षिण अफ्रीका ने 540 रन बनाए थे।
लगभग दो दिन तक बल्लेबाजी करने वाली दक्षिण अफ्रीका के लिए हाशिम अमला (159) ने सबसे अधिक रन बनाए थे। दूसरे दिन के अंतिम सेशन में भारत की बल्लेबाजी आई थी और दिन का खेल समाप्त होने तक उनका स्कोर 82/0 था।
दूसरा तिहरा शतक
एक बार फिर 29 मार्च को 319 के स्कोर पर आउट हुए सहवाग
मैच के तीसरे दिन सहवाग ने धुंआधार बल्लेबाजी की और 116 गेंदों में अपना शतक पूरा किया। इसके बाद 194 गेंदों में उन्होंने अपना दोहरा शतक भी पूरा किया।
चायकाल तक सहवाग 218 रन बनाकर नाबाद और अंतिम सेशन में धुंआधार बल्लेबाजी करके उन्होंने 278 गेंदों में अपना दूसरा तिहरा शतक पूरा किया था। 42 चौके और पांच छक्कों की अपनी पारी में सहवाग ने 319 रन बनाए और 29 मार्च को आउट हुए।