भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया: अरुण जेटली स्टेडियम में खेला जाएगा दूसरा टेस्ट, जानिए मैदान के सभी आंकड़े
भारतीय क्रिकेट टीम और ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम चार टेस्ट मैचों की सीरीज के दूसरे मुकाबले में शुक्रवार को दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में आमने-सामने होंगी। इस मैदान का इतिहास काफी पुराना है। इसका निर्माण 1883 में हुआ था और पहले इसे फिरोजशाह कोटला स्टेडियम के नाम से जाना जाता था। इस मैदान पर पहला अंतरराष्ट्रीय टेस्ट मैच 1948 में भारत और वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला गया था। आइए इस मैदान के आंकड़े और महत्वपूर्ण बातों पर नजर डालते हैं।
अरुण जेटली स्टेडियम पर भारत ने जीते हैं 13 मुकाबले
इस मैदान पर भारत ने अब तक 34 टेस्ट मैच खेले हैं। इनमें से 13 में जीत और छह में हार मिली है। इसके अलावा 13 मैच ड्रॉ रहे हैं। इस मैदान पर पहले बल्लेबाजी करते हुए छह बार टीमों ने जीत हासिल किया है, जबकि बाद में बल्लेबाजी करने वाली टीमों ने 13 बार जीत का स्वाद चखा है। यहां सबसे बड़ा स्कोर 276 रन चेज हुआ है। यह कारनामा भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ किया था।
अरुण जेटली स्टेडियम में भारत और ऑस्ट्रेलिया के आंकड़े
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच इस स्टेडियम में कुल सात मैच खेले गए हैं। इनमें से तीन में भारतीय टीम को तो एक में ऑस्ट्रेलिया टीम को जीत मिली है। इसी तरह तीन मुकाबले ड्रॉ रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया ने भारत को आखिरी बार साल 1959 में हराया था। उस मुकाबले में भारत को पारी और 127 रनों से हार मिली थी। इसके बाद भारतीय टीम इस मैदान पर ऑस्ट्रेलिया से अभी तक नहीं हारी है।
अरुण जेटली स्टेडियम का सबसे बड़ा स्कोर
अरुण जेटली स्टेडियम का सबसे बड़ा स्कोर वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के नाम है। उन्होंने साल 1959 में भारत के खिलाफ दूसरी पारी में 644/8 का स्कोर बनाया था। भारत का इस मैदान पर सबसे बड़ा स्कोर 613/7 है। ये स्कोर उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ साल 2008 में बनाया था। यह इस मैदान का तीसरा सबसे बड़ा स्कोर है। दूसरे नंबर पर भी वेस्टइंडीज है, जिन्होंने भारत के खिलाफ साल 1948 में 631 रन बनाए थे।
अरुण जेटली स्टेडियम का सबसे छोटा स्कोर
इस मैदान का सबसे छोटा स्कोर भारत के नाम है। 1987 में खेले गए टेस्ट में भारतीय टीम 75 रन पर ऑलआउट हो गई थी। वह 30.5 ओवर ही बल्लेबाजी कर पाई थी। दूसरा नंबर ऑस्ट्रेलिया की टीम का है। वह 1969 में इस मैदान पर सिर्फ 107 रन बनाकर ढेर हो गई थी। इसी तरह तीसरे स्थान पर दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम है, जो साल 2015 में खेले गए टेस्ट में 121 रन ही बना पाई थी।
बल्लेबाजी में रहा है सचिन और कोहली का जलवा
इस मैदान पर सबसे ज्यादा रन सचिन तेंदुलकर के नाम है। उन्होंने 10 टेस्ट मैच में 42.16 की औसत से 759 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने दो शतक और चार अर्धशतक लगाए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 122 रन है। इस मैदान पर सबसे बड़ा स्कोर विराट कोहली के नाम है। उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ साल 2017 में 243 रन की पारी खेली थी। इस दौरान उन्होंने 25 चौके लगाए थे और 287 गेंदों का सामना किया था।
गेंदबाजी में कुंबले ने किया है कमाल
अनिल कुंबले ने इस मैदान पर सबसे ज्यादा विकेट लिए हैं। उन्होंने यहां सात टेस्ट खेले हैं और 16.79 की औसत से 58 विकेट झटके हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 10/74 का है। उस ऐतिहासिक मैच में उन्होंने पाकिस्तान की टीम को अकेले ही आउट कर दिया था। रविचंद्रन अश्विन इस मैदान पर 4 टेस्ट में 20.11 की औसत से 27 विकेट लिए हैं। इसी तरह पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव ने यहां 9 टेस्ट में 32 विकेट झटके हैं।