तीनों फॉर्मेट में भारत के लिए खेलना मेरा सपना था- जसप्रीत बुमराह
बल्लेबाज़ों की खदान कहे जाने वाले भारत में आज तेज़ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह के हुनर का डंका ज़ोरो से बज रहा है। इंडियन प्रीमियर लीग की सबसे बड़ी खोज माने जाने वाले बुमराह आज भारतीय क्रिकेट टीम के लिए उतने ही ज़रूरी हैं, जितने विराट कोहली। टेस्ट क्रिकेट को अपना सबसे पसंदीदा फॉर्मेट बताने वाले बुमराह आज दुनिया के नंबर वन तेज़ गेंदबाज़ों में गिने जाते हैं। रॉयल स्टैग इवेंट में बुमराह ने अपने करियर पर खुलकर बातचीत की।
मैं हमेशा टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहता था- बुमराह
अपने शुरुआती करियर में सीमित ओवर के विशेषज्ञ गेंदबाज़ का टैग पाने वाले बुमराह ने बताया कि वह हमेशा से टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहते थे। बुमराह ने कहा, "मेरे लिए टेस्ट क्रिकेट शुरुआत से ही काफी महत्वपूर्ण था और मैं हमेशा से ही टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहता था। मैं ऐसा क्रिकेटर नहीं बनना चाहता था जो सिर्फ टी-20 और वनडे ही खेले। मैं टेस्ट क्रिकेट को काफी अहमियत देता हूं और इसमें हमेशा से छाप छोड़ना चाहता था।"
मैंने साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज में काफी कुछ सीखा- बुमराह
गौरतलब है कि 2018 में टेस्ट क्रिकेट में अपना डेब्यू करने वाले बुमराह ने अभी तक भारत में एक भी टेस्ट मैच नहीं खेला है। इस पर बुमराह ने कहा, "मैं काफी खुश हूं। मैंने एक साल पहले टेस्ट क्रिकेट खेलना भी शुरु किया। भारत के लिए तीनों फॉर्मेट में खेलना मेरा सपना था।" उन्होंने आगे कहा, "मैंने साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज में काफी कुछ सीखा है। हालांकि, भारत में खेलना एक अलग ही चुनौती होगी।"
मैं शुरुआत से आउट स्विंग गेंदबाज़ी करना जानता था- बुमराह
बता दें कि बुमराह ने वेस्टइंडीज के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज में बेहतरीन आउट स्विंग गेंदबाज़ी की। साथ ही कुल 13 विकेट भी अपने नाम किए। वेस्टइंडीज में बुमराह की आउट स्विंगर को खेलना बल्लेबाज़ों के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा था। इस पर बुमराह ने कहा, "मैं आउट स्विंग में मास्टर नहीं था। लेकिन मैं पहले से ही आउट स्विंग गेंदबाज़ी जानता था। हालांकि, मैंने इंग्लैंड में इसका ज्यादा इस्तेमाल नहीं किया था।"
बुमराह ने कप्तान कोहली को दिया अपनी सफलता का श्रेय
बुमराह ने कहा, "आपने टीवी पर ज़रूर देखा होगा कि विराट कैसे अपने प्रदर्शन से टीम को फ्रंट फुट से लीड करते हैं। वह पूरी टीम को काफी सपोर्ट करते हैं। साथ ही अपने गेंदबाज़ों पर काफी आत्मविश्वास भी दिखाते हैं।" उन्होंने आगे कहा, "विराट अपने गेंदबाजों को पूरी आज़ादी देते हैं। गेंदबाज़ी अपनी मर्ज़ी से जैसा चाहे वैसी गेंदबाज़ी कर सकता है। प्रदर्शन करने में अच्छा लगता है जब कप्तान आप पर इतना भरोसा दिखाता है।"
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहली बार भारत में टेस्ट खेलेंगे बुमराह
बता दें कि बुमराह भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज़ 50 विकेट लेने वाले तेज़ गेंदबाज़ हैं। लेकिन अभी तक उन्होंने अपने टेस्ट करियर के सभी मैच भारत के बाहर ही खेले हैं। ऐसे में भारत में उनके प्रदर्शन पर सभी की नज़रें रहेंगी। इस पर बुमराह ने कहा, "मैंने अपने जीवन में भारत में ही रणजी क्रिकेट खेला है। मैं यहां की कंडीशंस को अच्छे से जानता हूं। मेरे लिए भारत में गेंदबाज़ी करना नया नहीं है।"
वनडे क्रिकेट में दुनिया के नंबर वन गेंदबाज़ हैं जसप्रीत बुमराह
क्रिकेट के तीनों फ़ॉर्मेट में ही जसप्रीत बुमराह दुनिया के नंबर वन गेंदबाज़ों में शुमार किए जाते हैं। हालांकि, ICC वनडे गेंदबाज़ों की रैंकिंग में वह पहले पायदान पर काबिज़ हैं। वहीं टेस्ट रैंकिंग में वह फिलाहल तीसरे नंबर पर हैं। टेस्ट क्रिकेट के 12 मैचों में बुमराह के नाम 19.24 की औसत से 62 विकेट हैं। वहीं वनडे क्रिकेट के 58 मैचों में बुमराह ने 21.88 की औसत से 103 विकेट लिए हैं।