वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप: इस तरह किया जाएगा फाइनल में जाने वाली दो टीमों का निर्णय
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) की क्रिकेट कमेटी ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनलिस्ट तय करने के लिए एक नया तरीका खोजा है। इस तरीके से दोनों फाइनलिस्ट का निर्धारण लीग साइकिल के दौरान उनके द्वारा हासिल किए अंकों के प्रतिशत के आधार पर होगा। कोरोना वायरस का प्रभाव पड़ जाने के बाद इस तरीके को अमल में लाया जा रहा है। हालांकि, इसे अंतिम अप्रूवल चीफ एक्सीक्यूटिव कमेटी के द्वारा दिया जाएगा।
क्या थे अन्य विकल्प?
दूसरा तरीका था कि कोरोना के कारण जो टेस्ट नहीं खेले गए उन्हें ड्रॉ मानकर अंक बांट दिए जाएं। हालांकि, इसे स्वीकार नहीं किया गया है। नए तरीके में कोशिश की गई कि सबसे कम खराब तरीका खोजा जाए।
यह थी वास्तविक योजना और नियम
शेड्यूल के हिसाब से सभी टीमों को तीन होम और तीन अवे टेस्ट सीरीज खेलनी थी। एक सीरीज में अधिकतम 120 अंक होते जिन्हें मैचों की संख्या के आधार पर बांटा जाता था। इस तरह की सीरीज में कम से कम दो और अधिकतम पांच टेस्ट खेले जा सकते हैं। फाइनल में ड्रॉ या फिर टाई की स्थिति में इसमें हिस्सा ले रही दोनों टीमों को संयुक्त चैंपियन घोषित किया जाता।
अंक तालिका में पहले स्थान पर है भारत
फिलहाल 360 अंकों के साथ भारत वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की अंक तालिका में पहले स्थान पर है। अब तक उन्होंने सात टेस्ट जीते हैं और केवल दो टेस्ट गंवाए हैं। ऑस्ट्रेलिया (296), इंग्लैंड (292) और न्यूजीलैंड (180) अंक तालिका में भारत के बाद हैं। बांग्लादेश इकलौती टीम है जिसने अब तक इस प्रतियोगिता में एक भी अंक हासिल नहीं किया है। दुनिया की टॉप-9 टेस्ट टीमें इसमें हिस्सा ले रही हैं।
टॉप-2 में पहुंच सकती है न्यूजीलैंड
न्यूजीलैंड के पास टॉप-2 में फिनिश करने का बेहतरीन मौका होगा। वेस्टइंडीज और पाकिस्तान के खिलाफ होने वाले अपने होम सीरीज में किवी टीम को अधिकतम 240 अंक हासिल करने होंगे। यदि वे ऐसा करने में सफल रहे तो फिर वे प्राप्त किए गए अंको का 70 प्रतिशत हासिल कर लेंगे। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के मुकाबले उनके पास फाइनल में जाने का बेहतरीन मौका रहेगा।
आने वाली सीरीजों पर निर्भर होगा काफी कुछ
ऑस्ट्रेलिया और भारत तथा भारत और इंग्लैंड के बीच होने वाले आगामी टेस्ट सीरीज पर फाइनलिस्ट का तय होना काफी निर्भर होगा। इंग्लैंड और श्रीलंका के बीच स्थगित हुआ टेस्ट सीरीज भी दोबारा शेड्यूल हो सकता है और इसका भी असर पड़ेगा। फिलहाल केवल भारत और इंग्लैंड के पास अपने सभी छह सीरीज खेलने का मौका है। आगामी सीरीज में जीत और हार का फर्क अंक में तेजी के साथ पड़ेगा।