इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहेंगे जिम्बाब्वे के पूर्व कप्तान एल्टन चिगुंबरा

पाकिस्तान के खिलाफ टी-20 सीरीज की समाप्ति होने पर जिम्बाब्वे के सबसे महान क्रिकेटर्स में से एक एल्टन चिगुंबरा इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह देंगे। जिम्बाब्वे के पूर्व कप्तान चिगुंबरा फिलहाल लिमिटेड ओवर्स की सीरीज के लिए पाकिस्तान दौरे पर गई जिम्बाब्वे टीम का हिस्सा हैं। पहले टी-20 में जिम्बाब्वे को हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन चिगुंबरा ने 13 गेंदों में 21 रनों की तेज पारी खेली थी।
16 साल से अधिक के इंटरनेशनल करियर में चिगुंबरा ने 14 टेस्ट, 213 वनडे और 55 टी-20 इंटरनेशनल खेले हैं। उन्होंने वनडे में 25.23 की औसत के साथ 4,340 रन बनाए हैं और साथ ही 101 विकेट भी हासिल किए हैं। उन्होंने टेस्ट में 569 और टी-20 इंटरनेशनल में 873 रन बनाए हैं। चिगुंबरा ने टेस्ट में 21 और टी-20 इंटरनेशनल में 16 विकेट हासिल किए हैं।
2010 में प्रॉस्पर उत्सेया के कप्तानी छोड़ देने के बाद चिगुंबरा को टीम का कप्तान बनाया गया था। हालांकि, थोड़े समय बाद ही चिगुंबरा ने भी अपना पोस्ट छोड़ दिया और फिर ब्रैंडन टेलर को टीम की कमान सौंपी गई थी। 2014 में चिगुंबरा ने लिमिटेड ओवर्स में टीम की कमान संभाली और 2016 तक उनकी अगुवाई की। उन्होंने 2014 में अपना आखिरी टेस्ट और 2018 में आखिरी वनडे मैच खेला।
भले ही चिगुंबरा की बल्लेबाजी काफी अच्छी रही, लेकिन कप्तान के तौर पर उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। चिगुंबरा की कप्तानी में जिम्बाब्वे ने 80 में से 60 मैच गंवाए। 20 में 18 जीत वनडे और दो टी-20 में आए।
चिगुंबरा ने मात्र 15 साल की उम्र में 2001-02 में फर्स्ट-क्लास डेब्यू किया था। घरेलू क्रिकेट में दो साल खेलने के बाद 2004 में ही उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में पदार्पण कर लिया था। उन्होंने दो बार अंडर-19 विश्व कप में भी हिस्सा लिया था। 19 साल के घरेलू करियर में उन्होंने 5,600 फर्स्ट-क्लास, 7,107 लिस्ट-ए और 2,432 टी-20 रन बनाए हैं। उन्होंने घरेलू क्रिकेट में कुल 453 विकेट भी चटकाए हैं।