#BirthdaySpecial: 36वां जन्मदिन मना रहे डू प्लेसी के रिकॉर्ड्स पर एक नजर
दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज फाफ डू प्लेसी सोमवार को 36 साल के हो गए हैं। पूर्व दक्षिण अफ्रीकी कप्तान ने 2010-11 में इंटरनेशनल डेब्यू किया था और तब से ही वह टीम की बल्लेबाजी के रीढ़ की हड्डी बने हुए हैं। बल्लेबाजी और कप्तानी दोनों से ही उन्होंने दक्षिण अफ्रीका को खूब सफलता दिलाई है। जन्मदिन पर एक नजर डालते हैं डू प्लेसी के इंटरनेशनल रिकॉर्ड्स पर।
अब तक ऐसा रहा है डू प्लेसी का करियर
2011 केपटाउन वनडे में डू प्लेसी ने भारत के खिलाफ अपना इंटरनेशनल डेब्यू किया था। डेब्यू मैच में ही 78 गेंदों में 60 रन बनाकर उन्होंने सबको प्रभावित किया। अब तक प्लेसी 143 वनडे में 5,507, 65 टेस्ट में 3,901 और 47 टी-20 में 1,407 रन बना चुके हैं। उन्होंने वनडे में 12 और टेस्ट में नौ शतक लगाए हैं तो वहीं वनडे में 35 और टेस्ट में 21 अर्धशतक लगाए हैं।
तीनों फॉर्मेट में शतक लगाने वाले पहले दक्षिण अफ्रीकी
2015 में डू प्लेसी तीनों फॉर्मेट में शतक लगाने वाले पहले दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज बने थे। उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ टी-20 मैच में 56 गेंदों में 119 रनों की पारी खेली थी। प्लेसी की धुंआधार पारी में पांच छक्के और 11 चौके शामिल थे। डू प्लेसी ने टी-20 में आठ अर्धशतक भी लगाए हैं। टी-20 में प्लेसी का स्ट्राइक रेट भी 134 से ज़्यादा का रहा है।
डे-नाइट टेस्ट में शतक लगाने वाले पहले दक्षिण अफ्रीकी हैं प्लेसी
डू प्लेसी डे-नाइट टेस्ट में शतक लगाने वाले भी पहले दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में खेले गए डे-नाइट टेस्ट में प्लेसी ने नाबाद 118 रनों की पारी खेली थी।
प्लेसी ने खेली हैं शून्य पर आउट होने से पहले सबसे ज़्यादा इंटरनेशनल पारियां
डू प्लेसी के नाम शून्य पर आउट होने से पहले सबसे ज़्यादा इंटरनेशनल पारियां खेलने का रिकॉर्ड दर्ज है। उन्होंने शून्य पर आउट होने से पहले 118 इंटरनेशनल पारियां खेली हैं जो कि अब तक विश्व रिकॉर्ड है। यह सफर जनवरी 2011 में शुरु हुआ और इसका अंत दिसंबर 2014 में हुआ था। उनके बाद समिउल्लाह शिनवारी (90) ने शून्य पर आउट होने से पहले सबसे ज़्यादा पारियां खेली हैं।
कप्तान के तौर पर अच्छा रहा है प्लेसी का प्रदर्शन
2017 तक फाफ तीनों फॉर्मेट में दक्षिण अफ्रीका के कप्तान बनाए जा चुके थे। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में अपनी टीम को जीत दिलाई थी। उनकी कप्तानी में दक्षिण अफ्रीका ने 112 में से 69 इंटरनेशनल मैच जीते और 38 में उन्हें हार मिली। खास तौर से वनडे में कप्तान बनने के बाद उनकी खुद की बल्लेबाजी काफी ज़्यादा सुधरी थी। कप्तान के तौर पर उन्होंने 57.62 की औसत के साथ 1,671 रन बनाए हैं।