डिविलियर्स की वापसी पर दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट डॉयरेक्टर ग्रीम स्मिथ का बड़ा बयान
दक्षिण अफ्रीका के कई खिलाड़ियों ने कोलपैक डील साइन कर ली तो वहीं कुछ खिलाड़ी काफी जल्दी रिटायर हो गए। यही कारण है कि इंटरनेशनल क्रिकेट में दक्षिण अफ्रीका का प्रदर्शन लगातार गिरा है। टीम को सही ट्रैक पर लाने के लिए पूर्व कप्तान ग्रीम स्मिथ को दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट का डॉयरेक्टर बनाया गया। लगातार वापसी को लेकर चर्चा में बने हुए एबी डिविलियर्स पर अब स्मिथ ने बड़ा बयान दिया है।
2020 टी-20 विश्व कप के लिए विकल्प देख रहे हैं- स्मिथ
इस साल के अंत में टी-20 विश्व कप खेला जाना है और इससे पहले बोर्ड डिविलियर्स को इंटरनेशनल क्रिकेट में वापस लाना चाहती है। स्मिथ ने कहा, "यह शानदार है कि डिविलियर्स ने सिस्टम में वापस आने की इच्छा जाहिर की है। डिविलियर्स के साथ बात फॉर्मल नहीं है, लेकिन हम 2020 टी-20 विश्व कप के लिए विकल्प देख रहे हैं।" उन्होंने यह भी कहा कि विश्व भर में टी-20 खेलने वाले फ्री एजेंट्स पर ध्यान नहीं देना बेवकूफी होगी।
लंबे समय से चल रही है डिविलियर्स के वापसी की चर्चा
दक्षिण अफ्रीकी टीम का कोच बनाए जाने के तुरंत बाद ही मार्क बाउचर ने कहा था कि वह डिविलियर्स से इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी को लेकर बात करेंगे। वर्तमान समय में टीम के टेस्ट कप्तान फाफ डू प्लेसी ने भी इस बात को स्वीकार किया था कि वह डिविलियर्स से वापसी को लेकर बात कर रहे हैं। दोनों ही लोगों का कहना था कि यह 2020 टी-20 विश्व कप को देखते हुए किया जा रहा है।
डिविलियर्स ने भी स्वीकार की थी वापसी की बातें
हाल ही में ऑस्ट्रेलिया की बिग बैश लीग खेलने पहुंचे डिविलियर्स ने भी इस बात को स्वीकार किया था कि टीम में वापसी को लेकर वह जिम्मेदार लोगों से बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा था कि वह बाउचर, डू प्लेसी और स्मिथ से बात कर रहे हैं और टीम में वापसी करने की इच्छा रखते हैं। डिविलियर्स ने कहा था कि मैनेजमेंट में बदलाव के कारण उनमें वापसी की इच्छा जगी है।
2019 विश्व कप के दौरान भी चर्चा में थे डिविलियर्स
2019 विश्व कप के दौरान दक्षिण अफ्रीका का प्रदर्शन काफी खराब था और इसी बीच डिविलियर्स की एक खबर खूब तेजी के साथ फैली। ऐसा कहा गया कि डिविलियर्स विश्व कप टीम में शामिल किए जाने को लेकर दबाव बना रहे थे, लेकिन उन्होंने इन बातों का खंडन किया था। हालांकि, इस बार डिविलियर्स की वापसी कराने के लिए दक्षिण अफ्रीका के पास काफी समय बचा हुआ है।