जिम्बाब्वे के पूर्व क्रिकेट कप्तान हीथ स्ट्रीक के निधन की खबर निकली झूठी
जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और ऑलराउंडर हीथ स्ट्रीक के निधन की झूठी खबर में बुधवार सुबह क्रिकेट फैंस को हैरानी में डाल दिया। मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि वह लंबे समय से कैंसर से पीड़ित थे और इसी से उनका निधन हो गया। उनके निधन की खबर से संपूर्ण क्रिकेट जगत में शोक की लहर फैल गई। हालांकि, उनके सकुशल होने से फैंस ने राहत की सांस ली है।
हैनरी ओलंगा ने ट्वीट कर दी जानकारी
जिम्बाब्वे के पूर्व गेंदबाज और स्ट्रीक के दोस्त हेनरी ओलंगा ने ट्वीट कर उनके निधन की खबर को झूठा बताया। उन्होंने लिखा, 'मैं पुष्टि कर सकता हूं कि हीथ स्ट्रीक के निधन की अफवाहों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया। मेरी अभी उनसे बात हुई। थर्ड अंपायर ने उन्हें वापस बुला लिया है। वह बहुत जिंदादिल हैं, दोस्तों।' मिड डे के अनुसार, स्ट्रीक ने कहा, "मैं जिंदा हूं। सोशल मीडिया के दौर में ऐसे बिना पुष्टि किए खबर फैलाना चिंताजनक है।"
ओलंगा ने किया ट्वीट
कैसा है स्ट्रीक का टेस्ट क्रिकेट करियर?
टेस्ट क्रिकेट में स्ट्रीक ने जिम्बाब्वे के लिए कुल 65 मैच खेले थे और इसकी 102 पारियों में 28.14 की औसत और 2.69 की इकॉनमी से कुल 216 विकेट झटके थे। उन्होंने 7 बार 5 विकेट हाॅल भी लिए थे। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 6/73 विकेट रहा था। इसी तरह उन्होंने टेस्ट की 107 पारियों में 22.35 की औसत से 1,990 रन बनाए थे। इस दौरान उन्होंने 11 अर्धशतक और 1 शतक जड़ा था। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 127* रन रहा था।
कैसा रहा था स्ट्रीक का वनडे क्रिकेट करियर?
वनडे क्रिकेट में स्ट्रीक ने जिम्बाब्वे के लिए कुल 189 मैच खेले थे और इसकी 185 पारियों में 29.82 की औसत और 4.51 की इकॉनमी से कुल 239 विकेट झटके थे। उन्होंने वनडे में 1 बार 5 विकेट हाॅल भी लिया था। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 5/32 विकेट रहा था। इसी तरह उन्होंने वनडे की 159 पारियों में 28.29 की औसत से 2,943 रन बनाए थे। इस दौरान उन्होंने 13 अर्धशतक भी जड़े थे। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 79* रन रहा था।
स्ट्रीक के नाम दर्ज हैं ये रिकॉर्ड
स्ट्रीक एक खिलाड़ी के रूप में बहुत बड़ा कद रखते थे। उन्होंने कई रिकॉर्ड अपने नाम किए थे। वह जिम्बाब्वे के लिए टेस्ट में 1,000 रन और 100 विकेट और वनडे में 2,000 रन और 200 विकेट का डबल करने वाले एकमात्र खिलाड़ी थे।
स्ट्रीक ने 31 साल की उम्र में ही ले लिया था संन्यास
स्ट्रीक ने अपने वनडे करियर की शुरुआत 10 नवंबर, 1993 को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ की थी। इसी तरह उन्होंने अपना आखिरी वनडे मैच न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ 31 अगस्त, 2005 को खेला था। उन्होंने अपने टेस्ट करियर का आगाज 1 दिसंबर, 1993 को पाकिस्तान क्रिकेट टीम के खिलाफ किया था और आखिरी टेस्ट 20 सितंबर, 2005 को भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाफ खेला था। उन्होंने महज 31 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था।
स्ट्रीक ने कोच के रूप में भी निभाई भूमिका
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास के बाद स्ट्रीक ने कोच की भूमिका भी निभाई। वह बांग्लादेश और जिम्बाब्वे की टीम के कोच रहे। इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में भी वह सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) के कोचिंग स्टाफ के सदस्य रहे। उन्होंने काउंटी क्रिकेट में समरसेट क्लब के कोच की भी भूमिका निभाई थी। इसके अलावा वह कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के कोच भी रहे। उन्होंने क्रिकेट करियर के छोटा होने का सबसे बड़ा कारण जिम्बाब्वे क्रिकेट बोर्ड से विवाद होना रहा था।
ICC ने लगाया था 8 साल का प्रतिबंध
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने साल 2021 में भ्रष्टाचार विरोधी संहिता का उल्लंघन करने के लिए स्ट्रीक पर 8 साल का प्रतिबंध लगाया था। हालांकि, बाद में स्ट्रीक ने एक बयान जारी कर कहा था, "मैं जनता और प्रशंसकों को यह भी बताना चाहता हूं कि मैं किसी भी मैच फिक्सिंग, स्पॉट फिक्सिंग या खेल को प्रभावित करने के प्रयास या हमारे रिश्ते में किसी भी समय मैच के दौरान चेंजरूम से जानकारी साझा करने में शामिल नहीं था।"