एशिया कप के इतिहास की 5 सबसे बड़ी साझेदारियों पर एक नजर
इस बार एशिया कप की शुरुआत 30 अगस्त से होनी है, जिसमें कुल 6 टीमें हिस्सा लेंगी। इस बार यह टूर्नामेंट हाइब्रिड मॉडल के तहत पाकिस्तान और श्रीलंका में खेला जाना है। दिलचस्प बात यह है कि भारतीय क्रिकेट टीम अपने सभी मैच श्रीलंका में खेलेगी। आगामी संस्करण में सभी टीमों के बल्लेबाज खूब रन बनाना चाहेंगे। यहां हम एशिया कप इतिहास की 5 सबसे बड़ी साझेदारियों के बारे में जानते हैं।
मोहम्मद हफीज और नासिर जमशेद (224 रन)
एशिया कप के इतिहास सबसे बड़ी साझेदारी हारी हुई टीम से आई है। 2012 में पाकिस्तान के मोहम्मद हफीज (105) और नासिर जमशेद (112) ने मीरपुर में भारत के खिलाफ पहले विकेट के लिए 224 रन जोड़े थे। इन दोनों बल्लेबाजों ने शतक बनाए और उनकी टीम ने 329/6 का स्कोर बनाया था। भारतीय टीम ने इस चुनौतीपूर्ण लक्ष्य को विराट कोहली की 183 रन की पारी की बदौलत हासिल कर लिया था।
शोएब मलिक और यूनिस खान (223 रन)
इस सूची में दूसरे स्थान पर भी पाकिस्तान की जोड़ी का कब्जा है। 2004 में कोलंबो में हुए मैच में शोएब मलिक (118) और यूनिस खान (144) ने हांगकांग के खिलाफ तीसरे विकेट के लिए 223 रन जोड़े थे। उनके शतकों की बदौलत पाकिस्तान ने 5 विकेट के नुकसान पर 343 रन बनाए थे। जवाब में हांगकांग की टीम 165 रन पर ढेर हो गई थी और पाकिस्तान ने जोरदार जीत हासिल की थी।
विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे (213 रन)
इस सूची में तीसरे स्थान पर कोहली और अजिंक्य रहाणे के रूप में भारतीय जोड़ी है। 2014 में बांग्लादेश के खिलाफ 280 रन का पीछा करते हुए भारत ने 51 रन के स्कोर पर अपना दूसरा विकेट गंवा दिया था। इसके बाद कोहली और रहाणे ने तीसरे विकेट के लिए 213 रन की साझेदारी की थी। उस मैच में कोहली ने 136 रन बनाए थे, जबकि रहाणे ने 73 रन का योगदान दिया था।
शिखर धवन और रोहित शर्मा (210 रन)
शिखर धवन और रोहित शर्मा की सलामी जोड़ी ने दुबई में 2018 एशिया कप में पाकिस्तान के गेंदबाजों की खूब पिटाई की थी। जीत के लिए मिले 238 रनों का पीछा करते हुए रोहित-धवन की जोड़ी ने 210 रन की साझेदारी की थी। उस मैच में जहां धवन ने 114 रन बनाए तो वहीं कप्तान रोहित 111 रन बनाकर नाबाद रहे थे और भारत ने 9 विकेट से जीत दर्ज की।
इजाज अहमद और मोइन-उल-अतीक (205 रन)
इजाज अहमद और मोइन-उल-अतीक की पाकिस्तानी जोड़ी ने 1988 में चटगांव में एशिया कप प्रतियोगिता में बांग्लादेश के गेंदबाजों की जमकर खबर ली थी। इस जोड़ी ने तीसरे विकेट के लिए 205 रन की साझेदारी की थी, जिसके मदद से पाकिस्तान ने 3 विकेट के नुकसान पर 173 रन बनाए थे। उस मैच में मोईन और अहमद ने क्रमशः 105 और 124* रन बनाए थे। बांग्लादेश को उस मैच में 173 रन से हार मिली थी।