पूर्व सिलेक्टर चेयरमैन दिलीप वेंगसरकर ने बताया कैसे हुआ था कोहली का चयन
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान और वर्तमान समय में दुनिया के बेस्ट बल्लेबाजों में से एक विराट कोहली ने 2008 में भारत के लिए अपना डेब्यू किया था। सीनियर टीम के लिए डेब्यू करने से पहले उन्होंने भारत को अंडर-19 विश्वकप चैंपियन भी बनाया था। आज विराट क्रिकेट जगत के जुबां पर छाए रहते हैं, लेकिन उनकी शुरुआत के बारे में हर कोई जानना पसंद करेगा। पूर्व सिलेक्टर चेयरमैन दिलीप वेंगसरकर ने अब इसका खुलासा किया है।
15 साल की उम्र में कोहली को खेलते देखा- वेंगसरकर
स्पोर्ट्सकीड़ा के साथ लाइव फेसबुक वीडियो में वेंगसरकर ने कहा कि उन्होंने कोहली को 15 साल की उम्र में मुंबई के खिलाफ खेलते देखा था। उन्होंने आगे कहा, "अंडर-19 विश्वकप में उन्होंने टीम को अपनी अगुवाई में चैंपियन बनाया। वह अच्छी फॉर्म में थे, उन्होंने रन बनाए और साथ ही टीम की अगुवाई भी अच्छे से की। इसके बाद एक एमर्जिंग प्लेयर्स टूर्नामेंट होना था जिसमें ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड हर साल हिस्सा लेते हैं।"
न्यूजीलैंड के खिलाफ अपनी पारी से किया प्रभावित- वेंगसरकर
वेंगसरकर ने बताया कि एमर्जिंग टूर्नामेंट के लिए उन्होंने विराट कोहली को टीम में सिलेक्ट किया और 18 जुलाई को भारत का सामना न्यूजीलैंड से हुआ। उन्होंने कहा, "मैच में किवी टीम ने 248 का स्कोर बनाया था। विराट से पारी की शुरुआत करने को कहा गया। उन्होंने नाबाद 120 रनों की पारी खेली और मैं हर गेंद को देख रहा था। शतक बनाने के बाद भी उन्होंने अपना विकेट नहीं गवांया।"
इस कारण किया कोहली का चयन- वेंगसरकर
वेंगसरकर ने आगे कहा, "नाबाद रहते हुए अपनी टीम को मैच जिताने ने मुझे काफी प्रभावित किया। मैंने सोचा कि इस लड़के को भारतीय टीम में मौका मिलना चाहिए क्योंकि वह मानसिक रूप से मजबूत था।"
कोहली बना चुके हैं कई रिकॉर्ड
इंटरनेशनल क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में 50 से ज़्यादा की औसत रखने वाले कोहली इकलौते बल्लेबाज हैं। कोहली वनडे में दूसरे सबसे ज़्यादा 43 शतक लगाने वाले बल्लेबाज हैं तो वहीं टेस्ट में वह सबसे ज़्यादा सात दोहरे शतक लगाने वाले भारतीय बल्लेबाज हैं। इंटरनेशनल क्रिकेट में अब तक कोहली 70 शतक और 100 अर्धशतक लगा चुके हैं। टी-20 इंटरनेशनल में कोहली ने सबसे ज़्यादा 2,794 रन बनाए हैं और सबसे ज़्यादा 24 अर्धशतक लगाए हैं।