सचिन तेंदुलकर ने की लाबुशेन की तारीफ, कहा- उनकी बल्लेबाजी मुझे मेरी बल्लेबाजी याद दिलाती है
क्या है खबर?
क्रिकेट के महान बल्लेबाजों की बात होती है तो भारतीय सुपरस्टार सचिन तेंदुलकर का नाम जरूर लिया जाता है।
बल्लेबाजी में शायद ही ऐसा कोई रिकॉर्ड होगा जिसे सचिन ने अपने करियर में हासिल नहीं किया होगा।
सचिन जैसा महान खिलाड़ी यदि किसी बल्लेबाज की तारीफ करता है तो निश्चित तौर पर वह बल्लेबाज स्पेशल है।
जी हां, सचिन ने ऑस्ट्रेलिया के मार्नस लाबुशेन को अपने जैसा बल्लेबाज बताया है।
बयान
लाबुशेन मुझे मेरी याद दिलाते हैं- सचिन
बुशफायर रिलीफ चैरिटी मैच के लिए सिडनी में मौजूद सचिन ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि वर्तमान समय के बल्लेबाजों में मार्नस लाबुशेन उन्हें उनकी याद दिलाते हैं।
उन्होंने आगे कहा, "एशेज के दूसरे टेस्ट में लाबुशेन को दूसरी गेंद पर ही जोफ्रा आर्चर ने हिट किया। मैं वह मैच देख रहा था और अगले 15 मिनट की उनकी बल्लेबाजी ने मुझे एहसास दिलाया कि यह खिलाड़ी स्पेशल है।"
फुटवर्क
अदभुत है लाबुशेन का फुटवर्क- सचिन
सचिन ने आगे बताया कि लाबुशेन का फुटवर्क अदभुत है और इसी से उनकी मजबूती नजर आती है।
उन्होंने कहा, "फुटवर्क शारीरिक नहीं बल्कि मानसिक चीज है। यदि आपके दिमाग में सकारात्मक चीजें नहीं चल रही हैं तो फिर आपके पैर नहीं चलेंगे। मुझे इसी से पता चला कि लाबुशेन दिमागी तौर पर कितने मजबूत खिलाड़ी हैं।"
सचिन ने कहा कि यदि लाबुशेन सकारात्मक सोच वाले नहीं होते तो उनका पैर नहीं चलता।
फॉर्म
रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं लाबुशेन
एशेज के दूसरे मैच में स्टीव स्मिथ के कन्कूजन सब्सीच्यूट के रूप में मैदान पर आने के बाद लाबुशेन ने रुकने का नाम नहीं लिया।
2019 में 1,000 से ज़्यादा टेस्ट रन बनाने वाले लाबुशेन इकलौते बल्लेबाज थे।
उन्होंने अपनी शानदार फॉर्म को 2020 में भी जारी रखा और न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट करियर का पहला दोहरा शतक लगाया।
2018 के दो टेस्ट में लाबुशेन केवल 81 रन ही बना सके थे।
वनडे
वनडे में भी लाबुशेन ने किया बेहतरीन पदार्पण
टेस्ट क्रिकेट में लगातार शानदार प्रदर्शन करने के बाद लाबुशेन को वनडे में भी पदार्पण करने का मौका मिला।
इसी साल भारत के खिलाफ वनडे सीरीज़ में लाबुशेन ने अपना लिमिटेड ओवर्स क्रिकेट पदार्पण किया।
वनडे करियर के पहले मुकाबले में लाबुशेन को बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला, लेकिन दूसरे मैच में उन्होंने 46 रनों की पारी खेली।
तीसरे मुकाबले में 54 रनों की पारी खेली और सीरीज़ की दो पारियों में 100 रन बनाए।