डेब्यू टेस्ट में लिए 10 से ज़्यादा विकेट, लेकिन अच्छा करियर नहीं बना सके ये खिलाड़ी
क्रिकेट के सबसे बड़े फॉर्मेट यानि कि टेस्ट क्रिकेट में खेलना दुनिया के हर क्रिकेटर का सपना होता है। टेस्ट क्रिकेट में हर गेंदबाज अपने टीम के लिए ज़्यादा से ज़्यादा विकेट हासिल करना चाहता है और मैच में 10 या उससे ज़्यादा विकेट लेना किसी गेंदबाज का अदभुत प्रदर्शन होता है। हालांकि, ऐसे भी गेंदबाज रहे हैं जो डेब्यू टेस्ट में यह कारनामा करने के बावजूद ज़्यादा टेस्ट नहीं खेल सके हैं।
भारत के लिए डेब्यू टेस्ट में 10 या उससे ज़्यादा विकेट लेने वाले इकलौते गेंदबाज
भारत के लिए अब तक केवल एक ही गेंदबाज डेब्यू टेस्ट में 10 या उससे ज़्यादा विकेट ले सका है। दाएं हाथ के लेग स्पिनर नरेंद्र हिरवानी ने जनवरी 1988 में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने डेब्यू मैच में 16 विकेट झटके थे। उन्होंने दोनों पारियों में आठ-आठ विकेट अपने नाम किए थे, लेकिन वह भारत के लिए केवल 17 टेस्ट खेल सके। हिरवानी ने भारत के लिए 66 टेस्ट विकेट हासिल किए हैं।
डेब्यू टेस्ट में चमकने के बाद अंधेरे में खो जाने वाला पाकिस्तानी गेंदबाज
नवंबर 1996 में रावलपिंडी स्टेडियम में न्यूजीलैंड के खिलाफ पाकिस्तानी तेज गेंदबाज मोहम्मद जाहिद ने शानदार तरीके से अपने टेस्ट करियर का आगाज किया था। पहली पारी में चार विकेट लेने वाले जाहिद ने दूसरी पारी में सात विकेट लिए और अपनी टीम को पारी और 13 रन से जिताया। हालांकि, वह पाकिस्तान के लिए केवल पांच टेस्ट ही खेल सके जिसमें उन्होंने 15 विकेट हासिल किए हैं।
भारत में किया शानदार डेब्यू, लेकिन नहीं मिला आगे मौका
नवंबर 2008 में नागपुर में अपना टेस्ट डेब्यू करने वाले ऑस्ट्रेलियाई ऑफ स्पिनर जेसन क्रेजा ने डेब्यू टेस्ट में ही 12 विकेट चटकाए थे। भारत की पहली पारी के 10 में से आठ विकेट क्रेजा ने ही लिए और फिर दूसरी पारी में भी उन्होंने चार विकेट चटकाए। अदभुत डेब्यू के बावजूद वह ऑस्ट्रेलिया के लिए केवल दो ही टेस्ट खेल सके जिसमें उन्होंने 13 विकेट लिए हैं।
केवल तीन पारियों में गेंदबाजी कर सकने वाले गेंदबाज
इंग्लैंड के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज फ्रेड मार्टिन ने 1890 में अपना टेस्ट डेब्यू किया था और दोनों पारियों में छह-छह विकेट हासिल किए थे। डेब्यू टेस्ट में 12 विकेट लेने के बावजूद वह केवल दो टेस्ट खेल सके जिसमें उन्होंने 14 विकेट हासिल किए। 1921 में ही उनकी मौत हो गई थी, लेकिन उन्होंने 317 फर्स्ट-क्लास मैचों में 1,317 विकेट लेकर अपना कौशल दिखाया था।
डेब्यू टेस्ट में लिए 16 विकेट, लेकिन खेल सके केवल छह टेस्ट
ऑस्ट्रेलिया के दाएं हाथ के तेज गेंदबाज बॉब मेसी ने जून 1972 में इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में टेस्ट डेब्यू किया था। टेस्ट क्रिकेट की अपनी पहली पारी में उन्होंने आठ विकेट लिए और फिर दूसरी पारी में एक बार फिर उन्होंने आठ विकेट चटकाए। डेब्यू टेस्ट में 16 विकेट लेने के बावजूद वह ऑस्ट्रेलिया के लिए केवल छह टेस्ट खेल सके जिसमें उन्होंने 31 विकेट हासिल किए हैं।