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डेब्यू टेस्ट में ही लगा था कि खत्म हो गया टेस्ट करियर- सचिन तेंदुलकर

डेब्यू टेस्ट में ही लगा था कि खत्म हो गया टेस्ट करियर- सचिन तेंदुलकर

लेखन Neeraj Pandey
Apr 26, 2020
11:11 am

क्या है खबर?

'क्रिकेट के भगवान' कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर के नाम वनडे और टेस्ट फॉर्मेट दोनों में सबसे ज़्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड है। वह 200 टेस्ट खेलने वाले इकलौते खिलाड़ी हैं और साथ ही इंटरनेशनल क्रिकेट में 100 शतक लगाने वाले इकलौते बल्लेबाज भी हैं। इतने सारे रिकॉर्ड बनाने वाले तेंदुलकर ने खुलासा किया है कि उन्हें अपने डेब्यू टेस्ट में ही लगा था कि उनका टेस्ट करियर खत्म हो गया है।

बयान

अच्छा नहीं रहा था पहला टेस्ट- सचिन

स्काईस्पोर्ट्स पर 'नसीर मीट्स सचिन' के एपिसोड में सचिन ने नासिर हुसैन से कहा कि जब वह 15 नवंबर, 1989 को पकिस्तान के खिलाफ अपना डेब्यू टेस्ट खेल रहे थे तो वह क्लूलेस थे। उन्होंने आगे कहा, "वसीम और वकार काफी तेज गेंदबाजी कर रहे थे और शॉर्ट पिच गेंदबाजी करके मुझे लगातार बीट कर रहे थे। मैंने इससे पहले इस तरह की चीजों का सामना नहीं किया था और इसी कारण मेरा पहला मैच बहुत अच्छा नहीं रहा था।"

फीलिंग

आउट होने के बाद आंखों में आंसू थे- सचिन

सचिन ने आगे कहा कि वह गति और बाउंस से बीट हो रहे थे और 15 के स्कोर पर आउट होने के बाद जब वह ड्रेसिंग रूम की तरफ जा रहे थे तो बहुत अपमानित महसूस कर रहे थे। उन्होंने आगे कहा, "मैं खुद से कह रहा था कि मैंने ये क्या कर दिया और मैं इस तरह क्यों खेला। जब मैं ड्रेसिंग रूम में पहुंचा तो मैं सीधा बाथरूम में गया और मेरी आंखों में आंसू थे।"

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बयान

मुझे लगा था कि यह मेरा पहला और आखिरी मैच होगा- सचिन

सचिन ने आगे कहा, "मैंने खुद से ही सवाल किया और मुझे लगा कि यह मेरा पहला और आखिरी मैच होने वाला है। मुझे लगा कि मैं इस लेवल पर खेलने के लायक नहीं हूं। मैं काफी अपसेट था।"

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मदद

रवि शास्त्री की सलाह से मिली मदद- सचिन

सचिन ने आगे बताया कि रवि शास्त्री के साथ हुई बातचीत ने उनकी काफी मदद की थी। उन्होंने कहा, "रवि ने मुझसे कहा कि तुम स्कूल मैच की तरह खेल रहे थे। तुम बेस्ट गेंदबाजों के सामने खेल रहे हो तो उन्हें सम्मान देना सीखो।" सचिन ने आगे बताया कि गति से बीट होने पर रवि ने उन्हें मैदान पर समय बिताने की सलाह दी थी और कहा था कि ऐसा करने पर सहज महसूस होगा।

दूसरा टेस्ट

दूसरे टेस्ट में स्कोरबोर्ड पर नहीं था ध्यान- सचिन

सचिन को फैसलाबाद में खेले गए दूसरे टेस्ट के लिए भी टीम में चुना गया और तब उन्होंने निर्णय लिया था कि वह केवल समय बिताने पर ध्यान देंगे और रन बनाने के बारे में नहीं सोचेंगे। उन्होंने आगे कहा, "मैंने आधे घंटे तक बल्लेबाजी की और फिर सहज महसूस करने लगा। मैंने उस मैच में 59 रन बनाए थे और उसके बाद मेरे लिए चीजें बदलने लगीं।"

ऑलराउंडर्स

सचिन ने बताए अपने टॉप-5 ऑलराउंडर्स के नाम

स्टार स्पोर्ट्स क्रिकेट कनेक्टेड शो पर सचिन ने अपने टॉप-5 ऑलराउंडर्स के नाम का खुलासा किया। उन्होंने कहा, "मैं टॉप-5 ऑलराउंडर्स को खेलता देखकर बड़ा हुआ हूं। मैं उनमें से एक कपिल देव के साथ खेला हूं। दूसरे इमरान खान के खिलाफ मैं पाकिस्तान में खेला था। न्यूजीलैंड के अपने दूसरे दौरे पर सर रिचर्ड हैडली के खिलाफ खेला। ऑस्ट्रेलिया में मैं मैल्कम मॉर्शल और इयान बॉथम के खिलाफ खेला। ये मेरे टॉप-5 ऑलराउंडर्स हैं।"

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